अब बच्चों पर तालिबानी पाबंदियां ! रोका पोलियो अभियान, क्या है वजह, क्यों हो रहा विरोध ? क्या क्रिकेट पर भी लगेगा बैन ?
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

अब बच्चों पर तालिबानी पाबंदियां ! रोका पोलियो अभियान, क्या है वजह, क्यों हो रहा विरोध ? क्या क्रिकेट पर भी लगेगा बैन ?

पाकिस्तान और अफगानिस्तान दो ही देश ऐसे हैं जहां पर पोलियो जैसे जानलेवा वायरस का फैलाव बंद नहीं हो पाया है। इन्हीं दो देशों में पोलियो के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं।

by सोनाली मिश्रा
Sep 17, 2024, 11:10 am IST
in विश्व, विश्लेषण
तालिबान ने पोलियो टीकाकरण को रोक दिया है

तालिबान ने पोलियो टीकाकरण को रोक दिया है

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों से पूरी तरह से गायब करने के बाद अब अफगानिस्तान के तालिबानी शासन का और कट्टर रूप सामने आ रहा है। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के अनुसार तालिबानी सरकार ने अब अफगानिस्तान में पोलियो के टीकाकरण अभियान को निलंबित कर दिया है।

यूएन ने सोमवार को यह कहा कि अफगानिस्तान ने सभी पोलियो टीकाकरण अभियानों को निलंबित कर दिया है। यह भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान दो ही देश ऐसे हैं जहां पर पोलियो जैसे जानलेवा वायरस का फैलाव बंद नहीं हो पाया है। इन्हीं दो देशों में पोलियो के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं। इसके बाद भी यदि तालिबानी सरकार ने पोलियो के टीकाकरण को रोक दिया है, तो यह पोलियो उन्मूलन के लिए एक बहुत बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है।

सितंबर में जब यह अभियान शुरू होने जा रहा था, तो उसे पहले ही निलंबित कर दिया गया। इस निलंबन के पीछे कोई भी कारण नहीं दिया गया। यूएन के अनुसार तालिबान के नियंत्रण वाली सरकार से कोई भी व्यक्ति इस विषय में बोलने के लिए तैयार नहीं है। पोलियो अभियान जहां घर-घर चलाया जाता है, वहीं अफगानिस्तान में यह तय किया गया था कि यह मस्जिदों में किया जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस वर्ष पोलियो के 18 मामले अफगानिस्तान में दर्ज किये थे।

पाकिस्तान में होते हैं पोलियो टीम पर हमले

ऐसा नहीं है कि केवल अफगानिस्तान में ही पोलियो अभियान निलंबित किया गया है। तालिबानियों से लड़ने का दावा करने वाले पाकिस्तान में भी कट्टरपंथी ताकतें हमेशा ही पोलियो अभियान को रोकने की कोशिश करती हुई आई हैं। कितनी ही बार चरमपंथियों ने इन कर्मियों को निशाना बनाया है और पुलिस ने इन कर्मियों को सुरक्षा प्रदान की है।

क्यों होता है विरोध?

यह प्रश्न उठता है कि आखिर पोलियो टीकाकरण अभियान का विरोध क्यों होता है? टीकाकरण अभियान तो बीमारी से रक्षा के लिए होता है। पोलियो है ही ऐसी बीमारी जिसके कारण बच्चा पूरी ज़िंदगी के लिए अपाहित हो जाता है। मगर इसके टीकाकरण को लेकर पाकिस्तान और अफगानिस्तान में इस सीमा तक विरोध किसलिए होता है? दरअसल टीकाकरण अभियान को लेकर यह झूठ दावा किया जाता है कि यह पश्चिम की साजिश है कि बच्चों का बंधियाकरण कर दिया जाए।

बच्चों की सेहत को खतरे में डालना

इस प्रकार के विरोधों से और टीकाकरण अभियानों के निलंबन से बच्चों के जीवन पर खतरा मंडराता है। अफगानिस्तान के हालात देखकर यह स्पष्ट हो रहा है कि कैसे बढ़ते मामलों के बीच भी इस अभियान को निलंबित करना बच्चों के लिए खतरा उत्पन्न कर रहा है।

पुराने तालिबान का आगमन

वर्ष 2021 में 15 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा किया, तो ऐसा कहा गया कि यह नया तालिबान है। मीडिया का कम्युनिस्ट खेमा तालिबान को एक प्रगतिशील ताकत साबित करने में जुट गया। तालिबानियों द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद तो एकदम ही यह ढिंढोरा पीट दिया कि कितने लोकतान्त्रिक हैं। धीरे-धीरे उन्होंने फरमान जारी करने शुरू किये। पहले मीडिया से महिलाओं को बाहर किया। मीडिया में महिलाओं को बुर्के में रखा, फिर महिलाओं के बाहर जाने के सारे अधिकार छीने। वे पार्क, बाजार आदि कहीं भी नहीं जा सकती हैं और अब तो सार्वजनिक रूप से उनके बोलने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह सब उन पर मजहबी उसूलों के आधार पर किया गया है। ब्यूटी पार्लर बंद कर दिए गए। बच्चियों को तालीम से दूर कर दिया गया। पहले स्कूल बंद किये और जब खोले तो केवल लड़कों को प्रवेश दिया। उच्च शिक्षा की बात तो लड़कियों के लिए एक दु:स्वप्न है।

अब पुरुषों के लिए भी डरावना संसार

ऐसा नहीं है कि महिलाओं के लिए ही कैद का निर्माण किया है। पुरुषों के लिए भी उतना ही अंधेरा संसार है। दाढ़ी नहीं रखी तो नौकरी से निकाल दिया जाएगा। अभी अगस्त में ही तालिबान ने सैकड़ों पुरुषों को अफगानिस्तान की सुरक्षाबल की नौकरियों से निकाल दिया था क्योंकि वे दाढ़ी नहीं बढ़ा सकते थे। इतना ही नहीं कई संगीतकारों के काम को भी छीना जा चुका है। वाद्ययंत्रों को तोड़कर आग लगाई जा चुकी है। बालों का स्टाइल भी शरिया स्टाइल का किया जा रहा है।

प्रतिबंधित हो सकता है हर प्रकार का क्रिकेट

तालिबान के आने से पहले अफगानिस्तान की महिला खिलाड़ी भी अपना नाम कर रही थीं, मगर तालिबानियों के सत्ता संभालने के बाद महिला खेल तो बंद हुआ ही, हाँ, अफगानिस्तान की पुरुष क्रिकेट टीम इन दिनों बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही है। वह बड़ी से बड़ी मजबूत टीमों को हरा रही है और अपने देश के लोगों के दिल में लगातार यह आशा का संचार कर रही है कि वे भी खेलों के संसार में बहुत कुछ कर सकते हैं। मगर अब ऐसा लग रहा है, कि पुरुषों का भी क्रिकेट बंद होने वाला है।

wion की एक रिपोर्ट के अनुसार अफ़गानिस्तान के सुप्रीम लीडर – हिबतुल्लाह अखुंदज़ादा ने क्रिकेट पर धीरे-धीरे प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। हालाँकि, इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, मगर यह सभी को पता है कि तालिबान ही है जो अफगानिस्तान में सरकार चलाता है।

इस रिपोर्ट के अनुसार एक्स सोशल साइट पर सूत्रों ने यह दावा किया है कि Visegrad 24 की एक एक्स पोस्ट के अनुसार अखुंदज़ादा इस खेल से खुश नहीं है, क्योंकि उसका मानना है कि यह बहुत बुरा असर डालता है। सोशल मीडिया पर यह भी कहा जा रहा है कि क्रिकेट खेलना शरिया कानून के खिलाफ है। अफगानिस्तान में अब इसे लेकर आपस में ही झगड़ा है। एक गुट का नेतृत्व अखुंदज़ादा तो दूसरे का नेतृत्व सिराजुद्दीन हक्कानी के पास है। सिराजुद्दानी हक्कानी, अनस हक्कानी का भाई है और उसने अफगानिस्तान क्रिकेट में भारी निवेश किया है। जो भी हो रहा है, उससे यह स्पष्ट है कि नये तालिबान के भीतर पुराना तालिबान ही है।

Topics: पोलियो टीका बैनतालिबान में क्रिकेटतालिबान में महिलाएंतालिबानतालिबान की पाबंदियां
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

तालिबान के दोहा स्थित राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख सुहैल शाहीन

जिन्ना के देश पर बिफरा ‘इस्लामी अमीरात’, पहलगाम पर Taliban ने किया भारत का समर्थन

अफगानिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मुल्ला मुहम्मद हसन अखुंद के साथ सिर झुकाए बैठे इशाक डार

TTP पर Taliban ने जिन्ना के देश को दिखाया ठेंगा, पाकिस्तानी विदेश मंत्री अपना मुंह लेकर लौटे काबुल से

Representational Image

जिन्ना के ‘जिहादी देश’ की सेना पर ऐलान-ए-जिहाद! TTP ने जनता और फौजियों से भी ‘जिहाद’ में शामिल होने को कहा

24 नवम्बर 2023 से नई दिल्ली स्थित अफगान दूतावास बंद है

आखिर Taliban क्यों लेना चाहते हैं भारत में Afghanistan Embassy की कमान! काबुल की अपील पर क्या फैसला लेगी New Delhi?

Afghanistan Taliban Shuts begam radio

तालिबान ने उल्लंघन के आरोपों के चलते महिलाओं का एकमात्र रेडियो स्टेशन बंद किया

2024 में छपी पुस्तक  (बाएं) की कहानी में लड़के को घर के काम में हाथ बंटाने वाला बताया गया है जबकि इस साल छपी इसी कहानी (दाएं) में सिर्फ लड़की को घर की साफ-सफाई और कपड़े धोने की जिम्मेदार बताया गया है।

बांग्लादेश : तालिबानी राज बनाने पर तुले यूनुस ने स्कूली किताबों में की फेरबदल, महिलाओं को दिखाया पुरुषों से नीचे

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies