नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को बिना नाम लिए विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाए और उनके बयानों व कृत्यों पर घोर असहमति दर्ज की। संसद भवन में राज्यसभा इंटर्नशिप कार्यक्रम-I के प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे किसी व्यक्ति का देश के दुश्मनों के साथ खड़ा होना सबसे निंदनीय, घिनौना और असहनीय कृत्य है। धनखड़ का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में कई मुद्दों पर विपक्ष और सरकार के बीच तनातनी चल रही है।
संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति पर सीधा हमला
अपने संबोधन में धनखड़ ने सीधे तौर पर कहा, “मैं इस बात से दुखी और परेशान हूं कि महत्वपूर्ण पद पर बैठे कुछ लोगों को भारत के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्हें न तो हमारे संविधान का कोई ज्ञान है और न ही उन्हें राष्ट्रीय हित की कोई समझ है।” उन्होंने यह भी कहा कि देश के बाहर रहकर किसी भारतीय का देशविरोधी बयान देना न केवल संविधान का अपमान है, बल्कि उन लाखों बलिदानियों का भी जिन्होंने इस देश की स्वतंत्रता के लिए बलिदान दिया है।
धनखड़ ने भावुक होकर कहा, “हम अपने राष्ट्रवाद का उपहास नहीं उड़ा सकते। यह कितना दुखद है कि संवैधानिक पद पर बैठा एक व्यक्ति ठीक इसका उलटा कर रहा है। इससे अधिक निंदनीय, घिनौना और असहनीय कुछ नहीं हो सकता कि आप देश के शत्रुओं के साथ शामिल हो जाएं। वे स्वतंत्रता का मूल्य नहीं समझते।”
संविधान और आजादी के प्रति सम्मान की बात
उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में संविधान के महत्व और इसे तैयार करने की प्रक्रिया पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि संविधान के संस्थापकों ने कड़ी मेहनत और विचार-विमर्श के बाद इसे तैयार किया था। उन्होंने कहा- “संविधान सभा के सदस्यों द्वारा 18 सत्रों में, बिना किसी व्यवधान, बिना उपद्रव, बिना नारेबाजी और बिना कोई पोस्टर लहराए, तीन साल की कड़ी मेहनत से यह संविधान तैयार किया गया था,”
धनखड़ ने युवाओं से राष्ट्रहित और संविधान की रक्षा के लिए कृतसंकल्पित रहने की अपील की। उन्होंने कहा- “हमारे भाई-बहन देश की रक्षा में पूरी तरह तत्पर हैं। माताओं ने अपने बेटे खोये हैं, युवा बेटियों ने अपने पति खोये हैं। हम अपने राष्ट्रवाद का उपहास नहीं उड़ा सकते,”
विपक्ष पर किया सीधा प्रहार
उपराष्ट्रपति के इस बयान को सीधे तौर पर राहुल गांधी और विपक्षी दलों पर निशाना माना जा रहा है। उन्होंने इस बात पर भी सवाल उठाया कि विपक्ष के नेता किस तरह से देश के बाहर जाकर भारत की आलोचना करते हैं। उनका कहना था कि देश की सभ्यता 5000 वर्षों से भी पुरानी है और इसे समझे बिना इसे आहत करना एक गंभीर भूल है। धनखड़ का यह बयान विपक्ष और खासकर राहुल गांधी पर सीधा हमला था, जिसमें उन्होंने भारत की छवि को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नुकसान पहुंचाने के प्रयासों की निंदा की।
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