महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में हाल ही में एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ, जिसने रेलवे सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कुर्दुवाड़ी स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर एक बड़ा सीमेंट का ब्लॉक पाया गया। लोको पायलट की सतर्कता के चलते यह बड़ा हादसा टल गया। रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने इस मामले को लेकर थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जांच चल रही है।
कुर्दुवाड़ी रेलवे स्टेशन से लगभग 700 मीटर की दूरी पर यह सीमेंट ब्लॉक ट्रैक पर रखा हुआ था। यह ब्लॉक शाम के समय 7:50- 8:30 बजे के बीच मेंटेनेंस टीम के द्वारा देखा गया। उन्होंने तुरंत रेलवे अधिकारियों को सूचित किया, जिससे स्थिति को नियंत्रित किया जा सका।
रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर ने इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और कुर्दुवाड़ी जीआरपी ने तुरंत जांच शुरू कर दी है। इस घटना के पीछे किसी असामाजिक तत्व का हाथ हो सकता है, लेकिन फिलहाल इस मामले में कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है।
घटना स्थल के आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था, जिससे यह पता लगाने में मुश्किल हो रही है कि ब्लॉक किसने और कब रखा। इस घटना के बाद जीआरपी ने रेलवे प्रशासन से अपील की है कि ट्रैक के दोनों ओर सुरक्षा के लिए बाड़ लगाई जाए और रेलवे स्टेशनों के आसपास लंबे दायरे तक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
कई मामलों में रेलवे ट्रैक पर तोड़फोड़ या साजिशों के पीछे आतंकवादी संगठनों का हाथ होने का संदेह भी जताया जाता है। कानपुर में पहले हुई एक घटना में ट्रेन को पटरी से उतारने की कोशिश में ISIS के खुरासान मॉड्यूल का हाथ होने का शक जताया गया था। ऐसे मॉड्यूल्स से जुड़े आतंकवादी सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथी बनाए जाते हैं और उन्हें विस्फोटक बनाने की ट्रेनिंग भी दी जाती है।
हालांकि, सोलापुर की इस घटना में अब तक किसी आतंकवादी संगठन का नाम सामने नहीं आया है, लेकिन रेलवे ट्रैक पर इस प्रकार की साजिश से जुड़ी घटनाओं में कट्टरपंथी तत्वों के शामिल होने की संभावना को पूरी तरह से नकारा नहीं जा सकता।
इस घटना ने कुछ पुराने मामलों की याद दिला दी है, जैसे कि अजमेर में रेलवे ट्रैक पर सीमेंट ब्लॉक रखे जाने की घटना। अजमेर के सराधना और बांगर गांव के बीच दो जगहों पर 70 किलो के सीमेंट ब्लॉक रखे गए थे, लेकिन ट्रेन ने उन्हें तोड़ते हुए सुरक्षित तरीके से आगे बढ़ गई।
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