बरेली। यूपी के बरेली में एक और मुस्लिम युवती ने घर वापसी कर ली है। इस्लामिक माहौल में पली-बढ़ी आसमीन ने सनातन धर्म ग्रहण कर लिया है। आसमीन की जगह उसका नया नाम अब आरती श्रीवास्तव होगा। घर वापसी के बाद आरती वैदिक रीति रिवाज से अपने दोस्त जयवीर सिंह के साथ विवाह के पवित्र बंधन में बंध गई है। उसने कट्टरपंथी परिवार से जान को खतरा बताते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग भी की है।
आसमीन से आरती बनी युवती ने बरेली के अगस्त्य मुनि आश्रम में शुद्धिकरण के साथ सनातन धर्म अपनाया। आश्रम के संचालक महंत पंडित केके शंखाधार ने घर वापसी के साथ उसका विवाह संपन्न कराया है। आसमीन से आरती बनी युवती बरेली में थाना बहेड़ी क्षेत्र के गांव मानपुर निवासी अतीक अहमद की बेटी है, जबकि उसके साथ शादी करने वाला जयवीर सिंह बरेली के गांव बरगवां रसूलपुर का रहने वाला है।
आसमीन ने बरेली में मढ़ीनाथ स्थित आश्रम पहुंचकर बगैर किसी दबाव के स्वेच्छा से हिन्दू धर्म में घर वापसी की इच्छा जताई थी। उसने अपने बालिग होने के साक्ष्यों के साथ जरूरी शपथपत्र भी आश्रम संचालक को सौंपा। जिसके बाद मंत्रोच्चार के बीच उसकी घर वापसी कराई गई। आसमीन से आरती श्रीवास्तव बनी युवती ने जयवीर के साथ विवाह संपन्न होने के बाद कहा कि इस्लाम में हलाला, तीन तलाक जैसी कुप्रथाएं प्रचलित हैं और महिलाओं का सम्मान नहीं है। इसलिए उसने सनातन धर्म में वापसी की है।
युवती ने एसएसपी बरेली को भेजे पत्र में यह भी कहा है कि उसके सनातन धर्म ग्रहण करने के फैसले से रिश्ते के दादा पूर्व प्रधान कमर, मामा फूलबानो, पड़ोसी सगीर अहमद, मामा सईद अहमद उसके और पति जयवीर के दुश्मन बन गए हैं। वे लोग उनकी हत्या कर सकते हैं। ससुरालियों को झूठे मुकदमे में फंसाने का षड्यंत्र भी रच सकते हैं। उसे लगातार धमकियां दी जा रही हैं। युवती ने पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाई है।
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