बांग्लादेश में इस्लामिक कट्टरपंथ लगातार बढ़ता जा रहा है। शेख हसीना की सरकार के तख्तापलट के बाद जब से वहां पर मोहम्मद यूसुफ के नेतृत्व में बनी अंतरिम सरकार में कट्टरपंथ लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे ही बांग्लादेश की जेल से रिहा होने के तीन सप्ताह बाद इस्लामिस्ट मुहम्मद जसीमुद्दीन रहमानी ने जम्मू कश्मीर को भारत से अलग करने के अपने नापाक मंसूबे को जाहिर कर दिया है।
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अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) के नेता रहमानी ने अफगानिस्तान और पाकिस्तान के इस्लामिक कट्टरपंथियों से मदद करने का आह्वान किया है। रहमानी ‘अल कायदा’ आतंकी संगठन का समर्थक है। रहमानी वही व्यक्ति है, जिसने खालिस्तानियों के साथ मिलकर भारत को तोड़ने का वादा किया था। इसके साथ ही उसने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन से आजादी की घोषणा करने का भी आह्वान किया था। उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
रहमानी ने अपने वीडियो में भारत को धमकाते हुए कहा था, मैं भारत को चेतावनी दे रहा हूं…बांग्लादेश सिक्किम या भूटान जैसा नहीं है। ये 18 करोड़ मुसलमानों का देश है। अगर आप बांग्लादेश की तरफ अपने कदम बढ़ाते हैं तो हम चीन से चिकन नेक को बंद करने को कहेंगे। इसके साथ ही इस्लामिक कट्टरपंथी ने पूर्वोत्तर के सातों राज्यों से भी स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने को कहेंगे। हम कश्मीर से भी स्वतंत्रता आंदोलन शुरू करने को कहेंगे।
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ABT के प्रमुख का दिवास्वप्न
गौरतलब है कि इस्लामिक कट्टरपंथी और एबीटी प्रमुख का मुगालता ये है कि वो दिल्ली पर कब्जा कर लेगा। वो वीडियो में कहता है कि मैं सिखों से कहूंगा कि तुम्हारा समय आ गया है, अब आजादी की मांग करो। उसने भारत के हर प्रांत में जो सिख खालिस्तानी हैं उनका समय आ गया है।
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