प्रयागराज: प्रयागराज कमिश्नरेट की पुलिस ने नकली नोटों के कारोबार का भंडाफोड़ करते हुए मदरसे के मौलवी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह सुनियोजित तरीके से सौ-सौ रुपये के नकली नोट छाप रहा था। पुलिस ने छापेमारी के दौरान एक लाख तीस हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं। गिरफ्तार मौलवी का नाम मोहम्मद तफ़्सीरुल आरिफीन है, जो उड़ीसा का रहने वाला है।
मुखबिर की सूचना पर की गई कार्रवाई
पुलिस को सूचना मिली थी कि प्रयागराज के अतरसुइया थाना क्षेत्र में नकली नोटों की अवैध छपाई की जा रही है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पहले मोहम्मद अफजल और मोहम्मद शाहिद नाम के दो युवकों को गिरफ्तार किया। इन दोनों के पास से सौ-सौ रुपये के नकली नोटों की दो गड्डियां बरामद की गईं।
मदरसे में चल रहा था अवैध कारोबार
गिरफ्तार आरोपियों की पूछताछ के बाद पुलिस को पता चला कि अतरसुइया क्षेत्र स्थित जामिया हबीबिया मस्जिद ए आज़म मदरसे में नकली नोटों का कारोबार हो रहा है। पुलिस ने मदरसे में छापा मारा, जहां से लैपटॉप, स्कैनर, प्रिंटर, अर्ध-निर्मित नोट और 234 पेज बरामद किए गए। मौके पर मौजूद मौलवी मोहम्मद तफ़्सीरुल आरिफीन और जाहिर खान उर्फ अब्दुल जाहिर को गिरफ्तार कर लिया गया।
पिछले तीन महीने से चल रहा था धंधा
पुलिस की जांच में पता चला कि यह गिरोह 15 हजार रुपये लेकर 45 हजार रुपये के नकली नोट बाजार में बेच रहा था। यह अवैध कारोबार पिछले तीन महीने से चल रहा था। अफजल और शाहिद प्रयागराज के करेली थाना क्षेत्र के निवासी हैं, जबकि मोहम्मद जाहिर और मौलवी तफ़्सीरुल आरिफीन उड़ीसा राज्य के रहने वाले हैं।
मदरसा सील, जांच जारी
मौलवी ने पुलिस को बताया कि उसने जाहिर को कमरे किराए पर दिया था, जबकि जाहिर ने खुलासा किया कि मौलवी भी नकली नोटों के धंधे में शामिल था और जो भी कमाई होती थी, उसमें मौलवी का भी हिस्सा होता था। पुलिस ने फिलहाल मदरसे को सील कर दिया है और मामले की गहन जांच कर रही है।
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