स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने नागपुर के महाल स्थित संघ मुख्यालय में ध्वजारोहण किया। उनके साथ नागपुर महानगर के संघचालक श्री राजेश लोया थे। इस अवसर पर श्री मोहनराव भागवत ने कहा कि भारत ऐसा देश है, जो अपनी स्वतंत्रता की रक्षा के साथ-साथ दुनिया के सभी देशों में रहने वाले मानवों के कल्याण के लिए प्रयत्नरत रहता है। इसलिए भारत ने कभी किसी पर आक्रमण नहीं किया।
संकट के समय किसने हमसे कैसा व्यवहार किया, इसका विचार न करते हुए हमने हर एक की सहायता की। दु:खी और पीड़ित मानव समाज को राहत देने के लिए भारत सदैव कार्य करता रहता है। उन्होंने कहा कि कुछ मामले हमारे देश की सरकार को अपने स्तर पर करने पड़ते हैं, लेकिन सरकार को भी यह करने की शक्ति तब मिलती है, जब देश का सामान्य समाज देशप्रेम की मनोवृत्ति से, सजगता से, देश के लिए सर्वस्व समर्पण की भावना मन में रखकर अपना व्यवहार करता है।
उन्होंने आगे कहा कि पड़ोसी बांग्लादेश में अस्थिरता का वातावरण है और उसमें हिंदू बंधुओं को अकारण ही उसके परिणाम सहने पड़ रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में अपने देश के साथ ही अन्य देशों में भी स्थिरता और शांति बनी रहे, इसमें हम मदद करें। जिन देशों में अस्थिरता और अराजकता है, उसके कारण वहां के लोगों पर कोई अन्याय या अत्याचार न हो, इसकी भी जिम्मेदारी एक देश के नाते हम पर है।
श्री भागवत ने कहा कि अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए आंदोलन करने वाले सत्याग्रही और बलिदान देने वाले क्रांतिकारी, इन दोनों के साथ जब सामान्य जनशक्ति दृढ़ता से खड़ी हुई, तब हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई। स्वतंत्रता को स्व के रंग में पूर्णत: रंगने और उसकी रक्षा करने का दायित्व हमारे और आगे आने वाली पीढ़ियों के कंधे पर है। विश्व में वर्चस्व निर्माण करने की अभिलाषी शक्तियों से हमें हमारे देश की रक्षा करनी है। इसके लिए सतत सजग रहना है। उन्होंने कहा कि आज का दिन स्वतंत्रता की शुभकामना देने के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का स्मरण करने का भी दिन है।
दत्ता जी ने किया ध्वजारोहण
15 अगस्त को डॉ. हेडगेवार स्मारक समिति ने नागपुर के रेशिमबाग स्थित स्मृति मंदिर परिसर में स्वतंत्रता दिवस समारोह आयोजित किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले ने ध्वजारोहण किया। समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विदर्भ प्रांत के सह संघचालक श्री श्रीधर गाडगे सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे।
श्रीनगर में फहरा तिरंगा
पिछले दिनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ. मनमोहन वैद्य कश्मीर घाटी के प्रवास पर रहे। 15 अगस्त के दिन डॉ. वैद्य श्रीनगर में थे। कार्यकर्ताओं ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर एक कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें डॉ. मनमोहन वैद्य विशेष रूप से शामिल हुए और वहां ध्वजारोहण किया। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति गंगा है, जिसमें परोपकार है, सबका स्वीकार है। आध्यात्मिक लोकतंत्र भारत का मूल विषय है। भारतीय जीवन दर्शन पाश्चात्य ‘इज्म’ या ‘वाद’ को नकारता है।
राष्ट्रीय होना गुणात्मक है। भारत में राष्ट्र की अवधारणा समाज आधारित है। उन्होंने कहा कि भारत की पहचान इसका अद्वितीय आध्यात्मिक दृष्टिकोण है। भारत का घर-घर कौशल के शिक्षण का केंद्र रहा है, जहां ज्ञान पीढ़ी दर पीढ़ी सहेजा गया। भारत ने विश्व पटल पर सर्वसमावेशक, बौद्धिक और प्रगतिशील दृष्टिकोण से अपनी अलग सांस्कृतिक पहचान बनाई है।
इस अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के राष्ट्रीय मंत्री मुस्तफा अली, अभाविप श्रीनगर महानगर के अध्यक्ष आरिफ शफी और अभाविप श्रीनगर महानगर की मंत्री अंजुम साकिब आदि उपस्थित थे।
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