गत 20 अगस्त को लखनऊ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख श्री बालकृष्ण का निधन हो गया। अंतिम दर्शन हेतु उनकी पार्थिव देह को राजेंद्र नगर स्थित ‘भारती भवन’ में प्रात: 7:30 से 10:00 बजे तक रखा गया। यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह श्री अरुण कुमार ने उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। उनके निधन पर सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत एवं सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहन शोक व्यक्त किया।
बालकृष्ण जी का जन्म 5 मार्च, 1937 को कानपुर देहात के कंठीपुर गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम स्व. मन्नूलाल त्रिपाठी एवं माता का नाम स्व. शांति देवी था। वे पांच भाइयों में दूसरे क्रम पर थे। कानपुर के डीएवी कॉलेज से एम.कॉम करने के बाद वे कानपुर स्थित एर्गन मिल में एकाउंट मैनेजर के पद पर कार्य करने लगे थे। कानपुर के तत्कालीन विभाग प्रचारक श्री अशोक सिंहल की प्रेरणा से वे नौकरी छोड़कर 1962 में संघ के प्रचारक निकले। उनका संपूर्ण जीवन राष्ट्रहित व व्यक्ति निर्माण के लिए समर्पित रहा।
उन्होंने तहसील प्रचारक, नगर प्रचारक, जिला प्रचारक, विभाग प्रचारक, प्रांत शारीरिक प्रमुख, सह प्रांत प्रचारक, प्रांत प्रचारक, संयुक्त क्षेत्र संपर्क प्रमुख जैसे दायित्वों का वहन किया। आपातकाल के समय उन्होंने कानपुर में भूमिगत होकर सक्रिय रूप से कार्य किया। उन्होंने एक सच्चे स्वयंसेवक के रूप में उच्चतम आदर्श स्थापित किए। वर्तमान में उनका केंद्र भारती भवन, लखनऊ था।
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