नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट में एक सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल को कड़ी फटकार लगाई। मामला बंगाल के अस्पातल में एक लड़की के रेप और हत्या से जुड़ा था, जिसमें FIR दर्ज करने में देरी का सवाल उठाया गया।
CJI चंद्रचूड़ ने कड़े शब्दों में पूछा, “लड़की की लाश मिलने के तीन घंटे बाद FIR क्यों दर्ज की गई? FIR पहले क्यों नहीं दर्ज की गई?”
इसपर कपिल सिब्बल ने उत्तर दिया, “लड़की के पिता ने ही FIR 11:45 बजे दर्ज कराई।”
CJI चंद्रचूड़ ने सख्ती से कहा, “अगर अपराध अस्पताल में हुआ, तो लड़की के पिता की अनुपस्थिति में अस्पताल के अधिकारियों को ही FIR दर्ज करानी चाहिए थी। अस्पताल के पदाधिकारी घंटों तक क्या कर रहे थे?”
जब सिब्बल इसपर चुप हो गए, तो अदालत में माहौल और गंभीर हो गया।
मामला तब और गरमा गया जब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल हंस पड़े। इस पर सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सख्त नाराजगी जताते हुए सिब्बल को लताड़ लगाई और कहा, “एक लड़की का रेप हुआ है, उसकी हत्या हुई है, उसके माता-पिता रो रहे हैं और आप कोर्ट में हंस रहे हैं, आपको शर्म आनी चाहिए।”
इस घटना ने कोर्ट में मौजूद सभी को हैरान कर दिया और सिब्बल की यह हरकत बेहद शर्मनाक मानी गई। मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है, और इससे जुड़े सवालों पर अदालत की अगली सुनवाई में स्थिति और स्पष्ट हो सकती है।
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