Ukraine: 200 भारतीयों ने Modi को लिखी चिट्ठी, कहा-'आप ही करा सकते हैं लड़ाई का अंत'
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

Ukraine: 200 भारतीयों ने Modi को लिखी चिट्ठी, कहा-‘आप ही करा सकते हैं लड़ाई का अंत’

यूक्रेन में बसे भारतवंशियों ने अपने पत्र में लिखा है कि वे सब चाहते हैं कि यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता बनी रहे

by WEB DESK
Aug 21, 2024, 12:12 pm IST
in विश्व
जेलेंस्की, मोदी और पुतिन

जेलेंस्की, मोदी और पुतिन

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

इस पत्र के माध्यम से अनिवासी भारतीयों ने भारत के प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि रूस—यूक्रेन युद्ध का उचित समाधान निकाला जाए और यह आपके नेतृत्व में ही संभव है। 21 और 22 अगस्त के अपने पोलैंड के राजकीय दौरे के बाद मोदी एक दिन के लिए 23 अगस्त को यूक्रेन में होंगे। वहां वे राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात करने वाले हैं।


भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कद आज अंतरराष्ट्रीय राजनीति में किस ऊंचाई पर है, यह एक बार फिर स्पष्ट हुआ है। विश्व के विभिन्न हिस्सों में जारी उथलपुथल के बीच मोदी एक सुलझे और दूरदृष्टि रखने वाले नेता के रूप में पहचाने जा रहे हैं। इसकी ओर संकेत करती है यूक्रेन में बसे 200 भारतीय को मोदी को लिखी एक खुली चिट्ठी।

इस पत्र के माध्यम से उन भारतीयों ने भारत के प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि रूस—यूक्रेन युद्ध का उचित समाधान निकाला जाए और यह आपके नेतृत्व में ही संभव है। 21 और 22 अगस्त के अपने पोलैंड के राजकीय दौरे के बाद मोदी एक दिन के लिए 23 अगस्त को यूक्रेन में होंगे। वहां वे राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात करने वाले हैं।

यूक्रेन में लंबे समय से रह रहे भारतीय भी अन्य नागरिकों की तरह ढाई साल से चले आ रहे युद्ध से उकता चुके हैं और चाहते हैं कि इस समस्या का शीघ्र कोई सही समाधान निकले। अपी इसी इच्छा को वहां रह रहे 200 भारतीयों ने अपने हस्ताक्षर के साथ इस खुले पत्र में लिखा है। मोदी से अनुरोध किया है कि रूस के साथ जारी यूक्रेन के इस युद्ध की समस्या का हल निकालने के लिए वे दखल दें।

Representational Image

विश्व के प्रमुख नेता जानते हैं कि भारत में मोदी के नेतृत्व में मानवीय और लोकतांत्रिक मूल्यों का कितना बेहतर संरक्षण हो रहा है। भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने इस युद्ध के संदर्भ में पहले भी कहा है कि लड़ाई किसी समस्या का समाधान नहीं करती, अगर समस्या को सुलझाना है तो आमने सामने बातचीत करके ही इसका मार्ग निकाला जा सकता है। युद्ध से दोनों पक्षों और मानवीयता का ही नुकसान होता है।

जैसा पहले बताया, 23 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन में रहेंगे, इस दृष्टि से इस खुले पत्र का महत्व और बढ़ जाता है। यूक्रेन में बसे भारतीय समुदाय की ओर से प्रेषित इस पत्र को यूक्रेन को मुसीबत के दौर से उबारने में एक प्रयास के तौर पर माना जा सकता है।

यूक्रेनी भारतीयों की ओर से पत्र में लिखा गया है कि रूस यूक्रेन की सीमाओं पर चारों ओरे से हमले बोल रहा है। युद्ध में मिसाइलों और आसमान से हो रहे हमलों से सिर्फ सैन्य अड्डे ही नहीं तहस—नहस हो रहे हैं, इससे आम जनता तथा बच्चे भी अपने जान से जा रहे हैं। दूसरे विश्व युद्ध के बाद, इस लड़ाई की वजह से यूरोप में आंतरिक विस्थापन का अभी तक का सबसे गहन संकट पैदा किया है।

इस संदर्भ में भारत के विदेश मंत्रालय में सचिव तन्मय लाल कहते हैं कि भारत ने तो हमेशा से स्पष्ट शब्दों में यही कहा है कि इस विवाद को सुलझाने के लिए आपसी वार्ता तथा कूटनीति ही एकमात्र रास्ता है। युद्ध बातचीत के रास्ते ही खत्म किया जा सकता है। भारत का कहना है कि दोनों पक्षों को स्वीकार्य विकल्पों के रास्ते से ही स्थायी शांति अर्जित की जा सकती है।

भारतवंशियों ने पत्र में यह भी लिखा है कि वे सब चाहते हैं कि यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता बनी रहे।

यहां यह ध्यान रखना होगा कि भारत इस युद्ध से जुड़े सभी पक्षों के साथ संपर्क बनाए हुए है। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दिनों रूस तथा यूक्रेन के राष्ट्रपतियों से चर्चा भी की है। भारत की पूरी कोशिश है कि इस उलझनों से भरी समस्या का शांतिपूर्ण हल निकाला जाए जिसमें भारत का पूरा योगदान मिलने वाला है।

अपने उसी पत्र में अनिवासी भारतीयों ने वसुधैव कुटुंबकम के भारतीय दर्शन का जिक्र किया और कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी के यूक्रेन आने की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं। भारत और यूक्रेन के बीच राजनयिक संबंध तीन दशक पुराने हैं, लेकिन मोदी से पहले किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री का यूक्रेन की राजधानी कीव जाना नहीं हुआ था। मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री ​होंगे जो कीव जाएंगे। यूक्रेन में बसे भारतवंशियों ने भावनाओं से भरे अपने पत्र में यह भी लिखा है कि वे सब चाहते हैं कि यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता बनी रहे।

जून 2024 में इटली में हुई जी-7 शिखर वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति जेलेंस्की से भेंट की थी। इसके बाद जुलाई माह में मोदी मॉस्को गए थे जहां उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से विभिन्न विषयों पर गहन चर्चा की थी। अब 23 अगस्त को मोदी और जेलेंस्की की प्रस्तावित भेंट का क्या नतीजा निकलेगा, यह तो समय ही बताएगा।

Topics: Indiaयूक्रेनukraineindian diasporaराष्ट्रपति पुतिनप्रधानमंत्री मोदीOpen Lettermodirussiaputinzelenskyमॉस्को
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नहीं गए

BRICS से गायब शी जिनपिंग, बीजिंग में राष्ट्रपति Xi Jinping के उत्तराधिकारी की खोज तेज, अटकलों का बाजार गर्म

कहूटा रिसर्च लैबोरेटरी में यूरेनियम संवर्धन की गतिविधियां तेज हो गई हैं

कहूटा में परमाणु ईंधन क्यों जमा कर रहा जिन्ना का देश? क्या आतंकवादी सोच का भारत का पड़ोसी बना रहा परमाणु अस्त्र?

Donald trump to meet Putin to end russia ukraine war

रूस-यूक्रेन युद्ध: अमेरिका ने रोकी सैन्य सहायता, रूस ने बढ़ाए हमले

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

­जमालुद्दीन ऊर्फ मौलाना छांगुर जैसी ‘जिहादी’ मानसिकता राष्ट्र के लिए खतरनाक

“एक आंदोलन जो छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करता है”

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies