कोलकाता, (हि.स.) । आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में हाल ही में हुई तोड़फोड़ की घटना के बाद कोलकाता पुलिस ने तीन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। सस्पेंड किए गए अधिकारियों में दो असिस्टेंट कमिश्नर और एक इंस्पेक्टर शामिल है। इन अधिकारियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने का दोषी पाया गया है। वहीं, डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में सीबीआई ने मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से मंगलवार को 11 घंटे पूछताछ की।
महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के जघन्य अपराध के बाद कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए। महिलाओं ने 14 अगस्त की आधी रात को ‘रात दखल’ कार्यक्रम के तहत विभिन्न स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन अचानक एक समूह ने अस्पताल में घुसकर तोड़फोड़ की थी। डॉक्टरों द्वारा बनाए गए विरोध मंच को भी तोड़ दिया गया था।
कोलकाता पुलिस कमिश्नर ने स्वीकार किया था कि वे इस तरह की बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने और अस्पताल पर हमला करने की संभावना का अनुमान नहीं लगा पाए थे। आरजी कर अस्पताल में हुए इस हमले के बाद कलकत्ता हाई कोर्ट ने डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले की जांच सीबीआई को सौंपी। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले में स्वतः संज्ञान लिया और मंगलवार को सुनवाई के दौरान पुलिस की भूमिका पर कड़ी टिप्पणी की।
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए कहा, “15 अगस्त को इतनी बड़ी भीड़ ने अस्पताल में तोड़फोड़ की, पुलिस क्या कर रही थी? पुलिस ने कोई कदम क्यों नहीं उठाया? क्या पुलिस ने अस्पताल में तोड़फोड़ करने की अनुमति दी थी?” सुप्रीम कोर्ट ने इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने स्वतंत्रता दिवस के दिन इस तरह की घटना को कैसे होने दिया। इसके बाद अदालत ने आरजी कर अस्पताल की सुरक्षा के लिए केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया।
इस बीच, आरजी कर अस्पताल में हुई तोड़फोड़ की घटना के बाद पुलिस ने कई आरोपितों की पहचान की और अब तक 37 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच के लिए लालबाजार ने 15 सदस्यों की विशेष जांच टीम (एसआईटी) भी गठित की है। इस जांच टीम में कोलकाता पुलिस की गुंडा विरोधी शाखा के अधिकारी भी शामिल हैं।
आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से सीबीआई ने 11 घंटे तक की पूछताछ
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुई घटना को लेकर सीबीआई ने पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से मंगलवार को लगभग 11 घंटे तक पूछताछ की। वह सुबह 11:25 बजे संदीप सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचे और देररात साढ़े 11 बजे के करीब बाहर निकले। यह लगातार पांचवां दिन था जब संदीप घोष को इस मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया।
संदीप घोष सोमवार सुबह भी सीबीआई कार्यालय में उपस्थित हुए थे और रात में लगभग साढ़े 11 बजे वहां से बाहर निकले थे। एक महिला प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद आरजी कर सुर्खियों में है। कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने इस मामले की जांच का जिम्मा संभाला है। संदीप घोष को पहली बार पिछले गुरुवार को सीबीआई ने तलब किया था। लेकिन उस दिन वे हाजिर नहीं हुए। उनके वकील ने कलकत्ता हाई कोर्ट में कहा कि संदीप अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और पर्याप्त सुरक्षा की मांग की थी।
शुक्रवार को संदीप घोष को सीबीआई ने सड़क से उठा लिया और सीजीओ कॉम्प्लेक्स ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ की गई। तब से उनसे पूछताछ हो रही है।
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