बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद हिन्दू समेत के अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों की गुजरात के संत गण ने कड़ी निंदा करते हुए, इस मामले में यूएन के हस्तक्षेप की मांग की है। द्वारका के शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वतीजी की अध्यक्षता में मिले इस संत संमेलन में शंकराचार्य ने हिंदुओं को एकजुट होने की अपील की।
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के खिलाफ आरक्षण के मुद्दे पर बवाल मच गया और शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा। लेकिन इस सत्ता परिवर्तन के दौरान बांग्लादेश में बसे हिंदुओं पर अमानुषी अत्याचार किया जा रहा है। हिन्दू महिलाएं वहां सुरक्षित नहीं है और हिन्दू समेत के अल्पसंख्यक पर हमले किये जा रहे है। इस बात की गंभीरता को देखते हुए समग्र गुजरात का संत गण व्यथित हो गया और इस मामले पर गंभीर रूप से चर्चा करने के लिए अहमदाबाद में संत संमेलन आयोजित किया गया। अखिल भारतीय संत समिति, हिन्दू धर्म आचार्य सभा और सनातन धर्म संरक्षण समिति आयोजित संत संमेलन द्वारका के शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वतीजी की अध्यक्षता में मिला। इस संत संमेलन में शंकराचार्य ने कहा कि यह वह वक्त है जब न्याय और अन्याय का भेद समझना होगा। इसके साथ ही कौन किसके साथ अन्याय कर रहा है यह भी समझना होगा। बांग्लादेश के मुसलमान ने आंतरिक कलह की वजह से उनकी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया लेकिन इसमें हिंदुओं की क्या गलती है। हिंदुओं को क्यों निशाना बनाया जा रहा है? हिंदू समेत के अल्पसंख्यकों को लूटा जा रहा है। कोई भी धर्मग्रंथ इस प्रकार की हिंसा का आदेश नहीं देता।
बांग्लादेश की घटना पर से हिन्दू शिक्षा ले
शंकराचार्य ने कहा कि मुसलमान भारत में सुरक्षित है तो उन्हें इस बात से शिक्षा लेनी चाहिए। हिन्दुओ को भी बांग्लादेश की घटना से शिक्षा लेनी चाहिए कि ऐसा अगर भारत मे हुआ तो हिंदुओं का क्या होगा? यह आतंकी है जो किसी को नही छोड़ते। उन पर एक जुनून सवार होता है और हमें ऐसे तत्वो से बचना है। बांग्लादेश में मुसलमानों ने मुस्लिम शाशन के खिलाफ कदम उठाया है। भारत मे उनकी संख्या कम है लेकिन अगर उनकी संख्या बढ़ी तो वह हिंदुओं को नही छोड़ेंगे। मठ, मंदिर, आश्रम ये सब धर्म पालन के लिए हैं, लेकिन अगर वहां हिंदुओं की आबादी ही नहीं रहेगी तो धर्म का क्या मतलब?
समग्र विश्व के हिन्दू एकजुट हो
शंकराचार्य ने कहा कि जब हिंदुओं की तादाद ज्यादा थी तब भी सदियों पहले हम पर आक्रमण हुए और उस वक्त भी सनातन धर्म पर संकट आया था। लेकिन अब सनातन धर्म पर संकट के मामले में हिंदुओं को जागरूक होने की जरूरत है। किसी भी हिंदू की इस प्रकार की मृत्यु अब स्वीकार्य नहीं है। इस मामले में पूरे विश्व के हिंदुओं को एकजुट होकर बांग्लादेश में हिंदुओं की सलामती के मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। अगर पूरे विश्व के हिंदू एकजुट हुए तो कोई भी हिंदू पर आंख उठाकर नहीं देख पायेगा।
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