बांग्लादेश में सत्ता पलट के बाद देश के मुख्य सलाहकार नोबल प्राइज विनर डॉ मुहम्मद यूनुस ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद के निष्कासन के बाद बांग्लादेश में ‘छात्रों के नेतृत्व वाली क्रांति’ चल रही है। यूनुस ने कहा कि ‘देश में इस वक्त क्रांति चल रही है, छात्रों के नेतृत्व वाली क्रांति।’ उन्होंने ये भी कहा कि इस बात में कोई संदेह नहीं है, क्योंकि पूरी सरकार का काम खत्म हो गया है।
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यूरोप से वापस बांग्लादेश आए डॉ यूनुस ने कहा कि हसीना को सत्ता से हटाने वाले छात्रों ने ही मुझे बुलाया और लोकतांत्रिक सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने सत्तापलट करने वाले छात्रों की सराहना की और कहा कि आपने जो भी किया है वो बेमिशाल है। मैं आप लोगों की प्रशंसा और सम्मान करता हूं। यूनुस छात्रों को संबोधित करते हुए कहते हैं कि आपने मुझे ऐसा करने का आदेश दिया है और मैं इसे मानता हूं।
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डॉ यूनुस ने कहते हैं कि छात्र एक नई अदालत लाना चाहते हैं। इसी कारण प्रदर्शनकारी छात्र सुप्रीम कोर्ट वहां गए और मुख्य न्यायधीश से इस्तीफा देने के लिए कहा और उन पर ऐसा करने के लिए दबाव डाला। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मुझे इस बात का पूरा यकीन है कि छात्र इन सारी चीजों को सही ठहराने के लिए कोई न कोई कानूनी तरीका खोज लेंगे। क्योंकि कानूनी रूप से सभी कदम उठाए गए थे।
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मुहम्मद यूनुस ने शेख हसीना की तुलना राक्षसों से करते हुए कहा, “आखिरकार, इस पल राक्षस चला गया है।”
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