बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद वहां हिंसा की लगातार घटना बाद भी बांग्लादेशी नागरिक लगातार भारत में घुसपैठ करने की कोशिशें कर रहे हैं। ताजा मामला मेघालय का है, जहां पर चोरी छुपे मेघालय की सीमा से सटे बांग्लादेश के बॉर्डर के जरिए भारत में 7 बांग्लादेशी घुसने की कोशिशों में लगे हुए थे। इन सभी को बीएसएएफ ने गिरफ्तार कर लिया है।
इसे भी पढ़ें: बिहार: सिद्धेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए उमड़े थे श्रद्धालु, अचानक मची भगदड़ में 7 लोगों की मौत, कई घायल
प्रतिदिन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बीएसएफ को इसके लिए इनपुट्स मिले थे, जिसके बाद उन्होंने एक अभियान चलाकर उपरोक्त सभी को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही बीएसएफ ने बांग्लादेशी नागरिकों के दो सहायकों को भी गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि बीएसएफ ने ये अभियान बांग्लादेश के हालातों को देखते हुए सीमा पर स्थापित एक चौकी पर चलाया गया। इस अभियान में बीएसएफ मेघालय पुलिस के साथ मिलकर लगातार काम कर रही है।
बहरहाल, बांग्लादेशी घुसपैठियों को हिरासत में लेने के बाद आगे की कानूनी कार्यवाहियों के लिए स्थानीय पुलिस को इन सभी को सौंप दिया गया है।
असम के मुख्यमंत्री ने पहले ही चेताया था
गौरतलब है कि बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर हाल ही में असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि रोहिंग्या मुस्लिमों की घुसपैठ देश में बड़ी समस्या बन गई है। रोहिंग्या लगातार बांग्लादेश सीमा के जरिये भारत में प्रवेश कर रहे हैं। वे कई राज्यों में जाकर बस रहे हैं। उन्होंने कहा था कि असम भारत-बांग्लादेश सीमा के एक हिस्से की रक्षा कर रहा है, लेकिन फिर भी देश का एक बड़ा क्षेत्र अभी भी असुरक्षित है।
इसे भी पढ़ें: Bangladesh: ‘महिलाओं पर अत्याचार, घर-मंदिर भी जला डाले…मुहम्मद यूनुस की चुप्पी बरकरार’, हिन्दुओं ने मांगी प्रतिक्रिया
रिपोर्ट के मुताबिक, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने कहा था कि देश की सुरक्षा के लिए बंगाल की सीमा एक कमजोर कड़ी है। उन्होंने इस मामले में केंद्र सरकार से ध्यान देने की मांग की थी। सीएम ने आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और झारखंड के मुख्यमंत्री रोहिंग्या मुस्लिमों की घुसपैठ के प्रति नरम बने हुए थे।
टिप्पणियाँ