सनातन धर्म को खत्म करने के मामले में उदयनिधि स्टालिन को बड़ा झटका लगा है। बेंगलुरू की कोर्ट ने तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन को उनके ‘सनातन धर्म’ को खत्म करने वाले बयान पर 21 अगस्त तक आपत्ति दर्ज करने का आदेश दिया है। इस मामले में आखिरी सुनवाई 25 जून को हुई थी, जब उदयनिधि स्टालिन एक नोटिस के बाद अदालत में पेश हुए थे।
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रिपोर्ट के मुताबिक, उस दौरान उन्हें एक लाख रुपए के निजी मुचलके पर जमानत दे दी गई थी। मामले की अगली सुनवाई 8 अगस्त को तय की गई थी। मामले में सुनवाई करते हुए कोर्ट ने उन्हें 21 अगस्त तक लिखित आपत्तियां दाखिल करने का आदेश दिया है।
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क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि पिछले साल सितंबर 2023 में चेन्नई में सनातन उन्मूलन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया से करते हुए कहा था कि कुछ चीजें ऐसी होती हैं कि जिन्हें केवल खत्म किया जा सकता है। सनातन धर्म को रोका नहीं जा सकता है, इसे खत्म करना होगा।
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इस बयान के बाद डीएमके नेता के खिलाफ देशभर में केस दर्ज किए गए हैं। हालांकि, अपने बयान पर माफी मांगने की जगह उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि वो अपने बयान पर माफी नहीं मांगेंगे। गौरतलब है कि डीएमके कांग्रेस की अगुवाई वाले INDIA गठबंधन का हिस्सा है। साथ ही कर्नाटक में कांग्रेस सरकार है।
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