केदारघाटी में 31 जुलाई को आपदा के कारण हुए नुकसान एवं राहत एवं बचाव कार्यों में आज तेजी आनी शुरू हो गई। सीएम धामी के निर्देश पर आज लोक निर्माण विभाग की पोकलैंड और जेसीबी मशीनों ने रास्ते को काटने का काम शुरू कर दिया है। उल्लेखनीय है कि केदारनाथ मार्ग अतिवृष्टि की वजह से 29 स्थानों पर बह गया है जिसकी मरम्मत का काम शुरू कर दिया है।
अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग निर्भय सिंह ने बताया है कि सोनप्रयाग एवं गौरीकुंड के बीच जो डेढ मीटर राष्ट्रीय राजमार्ग पूर्णतः क्षतिग्रस्त हो गया था जिसे खोलने के लिए पोकलैंड मशीन के माध्यम से राष्ट्रीय राजमार्ग खोलने के लिए कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही सोनप्रयाग पुल के पास जो सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी उसका पुश्ता निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है।अधिशासी अभियंता डीडीएमए विनय झिंक्वाण ने बताया है कि केदारनाथ पैदल मार्ग कई स्थानों से क्षतिग्रस्त हो गया है तथा लगभग 15 स्थान ऐसे हैं जहां पैदल सड़क मार्ग पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उन्होंने कहा कि केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग को दुरुस्त करने के लिए मजदूरों द्वारा विषम कठिन परिस्थितियों में मरम्मत एवं निर्माण कार्य निरंतर किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम से छोटी लिनचोली तक क्षतिग्रस्त पैदल यात्रा मार्ग को आवाजाही हेतु सुचारू कर दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि मजदूरों द्वारा क्षतिग्रस्त केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग को खोलने के लिए त्वरित गति से कार्य किया जा रहा है किन्तु मौसम साथ न देने के कारण मजदूरों की सुरक्षा के दृष्टिगत कार्य निरंतर नहीं हो पा रहा है। उधर स्थानीय लोग भी यात्रा शुरू करने के लिए वैकल्पिक मार्ग को तलाश कर रहे है,इस मार्ग का प्रशासन द्वारा परीक्षण करवाया जा रहा है।
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