संभल। देश में ‘डैमोग्राफिक चेंज’ की चिंताओं के बीच यूपी के संभल जिले से सामने आई हिन्दू परिवार की यह सत्यकथा योगी की पुलिस को भी तनाव में डालने वाली है। मुस्लिम बहुल गांव में अकेले हिन्दू परिवार के सामने पलायन के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा है। मुस्लिम भीड़ वंचित समाज के यहां में घुस जाती है। मार-कुटाई करती है। बेटियों के कपड़े फाड़ती है। पीड़ित पुलिस में रिपोर्ट लिखाते हैं तो बेचारों पर आतंक-खौफ का घेरा और ज्यादा कस दिया जाता है। मजबूरी में गरीब वाल्मीकि परिवार ने पलायन की तैयारी कर ली है। अफसर सुरक्षा एवं कार्रवाई का भरोसा दे रहे हैं मगर परिवार दहशत से नहीं उबर पा रहा।
मुस्लिम बहुल गांव में कमजोर हिन्दू परिवार पर अत्याचार का मामला संभल जिले के एचोड़ा कंबोह क्षेत्र के सामने आया है। पुलिस-प्रशासन में हड़कंप तब मचा है, जब पीड़ित बाल्मीकि परिवार ने मकान बिकाऊ के पोस्टर लगाकर गांव से पलायन का ऐलान कर दिया। पीड़ित परिवार नहरौली गांव में रहता है, जहां वाल्मीकि समाज के इक्का-दुक्का घर हैं। बाकी पूरे गांव में मुस्लिम समुदाय के लोग रहते हैं।
पीड़ित परिवार ने पुलिस और मीडिया को बताया कि उनके पड़ोस में दबंग हसनैन का मकान है। हसनैन के पास के घर में अशोक वाल्मीकि पत्नी मुन्नी व चार बेटियों के साथ रहता है। कट्टरपंथी स्वभाव का हसनैन आए दिन वाल्मीकि परिवार को परेशान करता है। गाली-गलौज, मारपीट रोज की कहानी बन गई है। घर में घुसकर उन पर हमला किया जा चुका है। मारपीट कर उसकी बेटियों के कपड़े तक फाड़ दिए गए। भाजपा नेताओं के हस्तक्षेप पर पुलिस ने दलित उत्पीड़न कानून के तहत हसनैन व उसके साथ वालों के खिलाफ रिपोर्ट तो दर्ज कर ली मगर कार्रवाई नहीं हुई।
अशोक की पत्नी मुन्नी रोते हुए बताती है कि हसनैन के हौसले इतने बुलंद है कि 11 जून को मारपीट करते हुए उसने दो बेटियों के कपड़े भी फाड़ दिए थे। धमकी दी थी कि पुलिस में ज्यादा भागदौड़ की तो सबको खत्म कर देंगे। परिवार ने पुलिस केस किया तो हसनैन और ज्यादा खुन्नस मान गया है। अब वह वाल्मीकि परिवार पर तरह-तरह से अत्याचार कर रहा है। पूरा गांव हसनैन का साथ दे रहा है।
आए दिन हमला-बेइज्जती से परिवार के सामने अब गांव से पलायन करने के अलावा कोई और चारा नहीं बचा है। एक दिन पहले अशोक के परिवार ने मकान बिकाऊ का पोस्टर लगाकर पलायन के लिए घर का सारा सामान बांध लिया। इसकी जानकारी पुलिस को हुई तो हड़कंप मच गया। थाना प्रभारी रेनू कुमारी तुरंत पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचीं और पीड़ित परिवार को सुरक्षा व कार्रवाइर का भरोसा दिया। पुलिस के बहुत समझाने पर वाल्मीकि परिवार का फिलहाल पलायन जरूर रुक गया है मगर दहशत अब भी सबके चेहरे पर नजर आ रही है। सीओ आलोक सिद्दू ने मीडिया को बताया है कि परिवार को भरोसा दिया गया है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। परिवार अब गांव में ही रह रहा है।
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