केदारनाथ और भूस्खलन प्रभावित मार्ग में फंसे तीर्थ यात्रियों को बाहर निकालने के लिए आज सुबह से ही वायुसेना, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान जुट गए, आज सभी यात्रियों की रेस्क्यू कर लिया जाएगा ऐसा लक्ष्य रखा गया है।
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आज प्रातः से ही एमआई हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर यात्रियों को उतार रहा है, जबकि चिनूक गौचर हवाई पट्टी पर यात्रियों को उतार रहा है। मौसम साफ होते ही एमआई एवं चिनूक एव छोटे हेलीकॉप्टर की मदद से यात्रियों को सुरक्षित एयर लिफ्ट करने का काम तेजी से चल रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर आज सभी तीर्थ यात्रियों को सुरक्षित अपने घरों तक भेजने का लक्ष्य रखा गया है।
उधर दूसरी ओर धामी सरकार ने केदारनाथ यात्रा के लिए दूसरे सुरक्षित मार्ग की तलाश के लिए काम शुरू कर दिया है। केदारनाथ आपदा के दौरान केदारपुरी में पुनर्निर्माण का कार्य देखने वाले रिटायर्ड कर्नल अजय कोटियाल और उनके टीम के सदस्य,स्थानीय लोगों की मदद से नए मार्ग की तलाश में जुट गए हैं। ताकि केदारनाथ यात्रा को पुनः शुरू कराया जा सके। कर्नल कोटियाल दो बार एवरेस्ट विजेता और भारत सरकार से कई पुरस्कार से सम्मानित रहे हैं और उन्हें केदारनाथ और आसपास के पहाड़ों जंगलों की व्यापक जानकारी है।
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एसडीआरएफ के मुताबिक, अब तक 10 हजार से ज्यादा यात्रियों को सकुशल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है। चार दिनों में तीन हजार से ज्यादा लोगों को हेलिकॉप्टर के जरिए रेस्क्यू किया गया है सोनप्रयाग में टूटे हाईवे के पास आर्मी ने लगाई ट्रॉली, मंदाकिनी नदी में पैदल आवाजाही के लिए रास्ता बना लिया गया है।
आपदा प्रबंध ने लोग देश भर से आए श्रद्धालुओं को सुरक्षित अपने अपने घर भेजने कार्यों में लगे हैं। एसडीआरएफ और एनडीआरफ की टीम ने वैकल्पिक मार्ग द्वारा पैदल रेस्क्यू अभियान जारी रखते हुए है। अब तक पैदल मार्ग के जरिए सात हजार लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंचा चुकी है, लापता लोगों की तलाश में सेना के खोजी कुत्तों और ड्रोन कैमरों की भी मदद ली जा रही है।
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सीएम धामी के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा लोगों को सिर्फ निकालने काम नहीं हो रहा है, बल्कि वहां फंसे लोगों के लिए खाने पीने का पूर इंतेजाम भी किया गया है। गर्म कपड़ों से लेकर दवाईयां तक तीर्थ यात्रियों दी जा रही है।
आज सुबह सीएम ने ली फिर बैठक
सीएम पुष्कर सिंह धामी बैठक राज्य में आपदा प्रभावित क्षेत्र में तत्काल प्रभाव से क्षतिग्रस्त हुए जरुरी सुविधाओं को ठीक करने के निर्देश दिए हैं। पानी बिजली सड़क सभी को दुरुस्त करने के लिए अधिकारियों निर्देशित करना है। सीएम धामी ने कहा राज्य के संवेदनशील इलाकों में प्राकृतिक आपदा आ रही है। लेकिन, जिला प्रशासन की टीम लगातार राहत और बचाव के कार्य युद्ध स्तर पर जुटी है। 12 हजार से अधिक लोगों का निकाला जा चुका है। उन्होंने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग की मरम्मत का भी कार्य शुरू हो गया है, केदारनाथ धाम में अब ज्यादा लोग नहीं फंसे हैं। स्थानीय लोग, मजदूर रह गए जिन्हें आज सुरक्षित रेसक्यू कर लिए जाने की उम्मीद है। सीएम ने बताया कि टिहरी घनस्याली क्षेत्र में टूटे पुलो और सड़कों को दुरुस्त किया गया है।
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