बांग्लादेश में हिंसा है कि रुकने का नाम नहीं ले रही है। भेदभाव विरोधी प्रदर्शन इतना हिंसक हो गया है कि इसमें अब तक 90 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस हिंसा में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई है। प्रदर्शनकारी लगातार प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
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रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को प्रदर्शनकारियों ने 13 पुलिसकर्मियों की भी पीट-पीटकर हत्या कर दी। ये सभी प्रदर्शनों में तैनात थे। हालांकि, इन पुलिसकर्मियों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। इस बीच रविवार से ही सरकार ने देशव्यापी कर्फ्यू लागू कर दिया है।
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क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि वैसे तो जुलाई में हुई हिंसा के दौरान अपनी जान गंवाने वाले 200 से अधिक लोगों को न्याय दिलाने के नाम पर इस बार ये प्रदर्शन किए जा रहे हैं। लेकिन, भेदभाव विरोधी प्रदर्शन लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इससे पहले हालात को बिगड़ने से बचाने के लिए प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजेद की सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैन लगा दिया है।
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रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब, टिकटोक, व्हाट्सएप समेत दूसरे प्लेटफॉर्म को बैन कर दिया था। इसके साथ ही भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन ने शनिवार और रविवार से अपने अगले कार्यक्रम का ऐलान करते हुए पूर्ण असहयोग आंदोलन शुरू करने का आह्वान किया था। प्रदर्शनकारियों 9 सूत्री मांग पर जोर देने के लिए अनिश्चित काल के लिए असहयोग आंदोलन शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारियों ने लोगों से अपने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गलियों मोहल्लों तक आने का आग्रह किया है।
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