वायनाड आपदा: जरूरतमंदों की सेवा में संघ और सेना, गायब थे श्रीमान राहुल गांधी!
May 25, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत केरल

वायनाड आपदा: जरूरतमंदों की सेवा में संघ और सेना, गायब थे श्रीमान राहुल गांधी!

सदन में इन दिनों मुद्दों को उछालकर मीडिया फुटेज लेने वाले राहुल गांधी जिम्‍मेदारी से यूं भाग खड़े होंगे ये किसी ने सोचा नहीं होगा।

by डॉ. मयंक चतुर्वेदी
Aug 4, 2024, 12:31 pm IST
in केरल
Waynad Landslide
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

देश में आई केरल वायनाड की प्राकृतिक आपदा यहां हुए लैंडस्लाइड मानवीय समाज के लिए भीषण दर्द देकर गई है। मरने वालों की संख्‍या अब तक 360 पार हो चुकी है, किंतु यहां के लोगों का जो सबसे बड़ा दर्द दिखा, वह यही था कि जिसे अपना महत्‍वपूर्ण वोट दिया, दर्द के समय तीन दिन तक उसका कोई अता-पता नहीं था।

दरअसल, हम सभी जानते हैं कि राहुल गांधी यहां से दूसरी बार सांसद चुने गए थे, ये बात अलग है कि दो जगह से चुनावी मैदान में उतरे राहुल ने इस बार जीतने के बाद वायनाड के स्‍थान पर रायबरेली को चुना और अब वहां उपचुनाव होंगे। उनके स्‍थान पर उनकी बहन प्रियंका कांग्रेस की उम्‍मीदवार बनाई जा रही हैं, लेकिन आपदा आने के बाद तीन दिनों तक न तो वे और न ही उनकी बहन दोनों ही वहां जनता की सुध लेने नहीं पहुंचे। कहा गया, मौसम अत्‍यधिक खराब होने के कारण पहुंच नहीं सके, जबकि इस बीच भारत माता की सेवा के संकल्‍प से राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के अनेक स्‍वयंसेवक अपनी जान हथेली पर लेकर इसी समय में यहां सेवा कार्य में जुटे देखे गए। ये सभी सेना, एनडीआरएफ और स्‍थानीय प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे थे।

इसे भी पढे़ं: मध्य प्रदेश के रतलाम में अवैध मदरसे का तीन दिन में बदल गया रूप, चार और मदरसों को बंद करने की दी गई थी रिपोर्ट

वायनाड में आपदा के बीच राहुल गांधी का विरोध हो रहा

आश्‍चर्य होता है सदन में इन दिनों मुद्दों को उछालकर मीडिया फुटेज लेने वाले राहुल गांधी जिम्‍मेदारी से यूं भाग खड़े होंगे ये किसी ने सोचा नहीं होगा, कम से कम वायनाड की जनता तो नहीं सोच सकती थी कि जिसे वे अपना जनप्रतिनिधि चुन रहे थे, वह आपदा के समय हमारे साथ खड़ा तक नहीं हो सकता है। यही कारण है कि अब जब राहुल गांधी वायनाड पहुंचे तो उन्‍हें जगह-जगह विरोध का सामना करना पड़ा है।

वायनाड के मुंडक्कई और पुंचिरी मट्टम गांवों का दौरा करते वक्‍त कई लोगों को उनकी गाड़ी घेरते हुए देखा गया और वे उनसे सवाल कर रहे थे, अब तक कहां थे? वे यह कहते देखे गए कि हम ही लोग हैं, जिन्होंने तुम्‍हें वोट दिया और जिताया! दूसरी तरफ राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के स्‍वयंसेवक हैं जिन्‍हें राहुल गांधी पानी पी-पीकर कोसते हैं, उस संघ के कार्यकर्ता बिना किसी देरी के यहां दिन-रात मानवता की सेवा करते हुए देखे जा रहे हैं। स्वयंसेवक राहत और बचाव के साथ बेघर हुए लोगों के लिए रहने और खाने-पीने की व्यवस्था भी कर रहे हैं। इतना ही नहीं वे मृतकों के अंतिम संस्कार में भी सेवा कर रहे हैं। वे सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर तरफ किसी के भी जीवित होने की थोड़ी भी संभावना होने पर उसे तुरंत अस्‍पतालों में पहुंचा रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: अब नहीं चलेगी वक्फ बोर्ड की ‘मनमानी’, असीमित शक्तियों पर लगाम लगाएगी केंद्र सरकार 

सैकड़ों प्रभावितों को हर संभव सहायता पहुंचा रहे हैं स्‍वयंसेवक

वर्तमान में आप केरल के वायनाड में चूरलमाला भूस्खलन में बचाव कार्यों में आरएसएस के स्वयंसेवक और सेवा भारती के कार्यकर्ताओं को सक्रिय रूप से घटना स्‍थल पर चारों ओर देख सकते हैं। स्वयंसेवकों ने मेप्पाडी में एक सहायता डेस्क स्थापित किया है और राहत प्रयासों का सक्रिय रूप से समन्वय कर रहे हैं। सैकड़ों प्रभावितों को भोजन और सहायता प्रदान की जा रही है। तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के स्वयंसेवक भी राहत प्रयासों में शामिल हुए हैं। यही कारण है कि सोशल मीडिया पर लोग खुलकर कह रहे हैं कि जहां राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को होना चाहिए वहां संघ के स्वयंसेवक सेवा दे रहे हैं।

परहित ही धर्म है और रास्‍वसंघ धर्म के मार्ग पर चल रहा

कांग्रेस और विशेषकर राहुल गांधी रा.स्‍व.संघ से कितनी नफरत करते हैं, वह आये दिन सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहते हैं। अब वे यहां आकर स्वयं देख सकते हैं कि संघ क्या कार्य करता है। ये पंक्ति गोस्वामी तुलसी दास कृत श्री रामचरितमानस के उत्तरकाण्ड की है – इसमें भगवान श्री राम भरत की विनती पर साधु और असाधु का भेद बताने के बाद कहते हैं- ‘परहित सरिस धर्म नहीं भाई’ अर्थात दूसरों की भलाई के समान अन्य कोई श्रेष्ठ धर्म नहीं है और पर पीड़ा सम नहिं अधमाई’ से तात्पर्य है दूसरों को कष्ट देने के जैसा अन्य कोई निम्न पाप नहीं है। आवश्यकता पड़ने पर निस्वार्थ भाव से दूसरों को सहयोग देना परहित है। रास्‍वसंघ आज वायनाड में यही परहित ही करता दिखता है।

यह पहली बार नहीं है जब आरएसएस के कार्यकर्ता देश किसी भी हिस्से में आई प्राकृतिक आपदा में लोगों की मदद के लिए आगे आए हैं, इससे पहले अनेक अवसरों पर ऐसे कई उदाहरण हैं जब संघ के कार्यकर्ता लोगों की मदद करने इसी तरह से दिनरात जुटे रहे हैं।

केरल में आई प्राकृतिक आपदा में स्‍वयंसेवकों ने सेवा कार्य करते दिन-रात एक कर दिया था

अब ऐसे में कहना यही होगा कि एक तरफ जहां राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी आरएसएस के खिलाफ आए दिन विवादित बयान देते हैं तो दूसरी ओर संघ के स्‍वयंसेवक हैं जो सदैव मानवता की सेवा में जुटे रहते हैं। इससे पहले भी केरल में (10 अगस्त, 2020)- भूस्खलन से प्रभावित इडुक्की राजमलाई में बचाव कार्य के लिए रास्‍वसंघ के स्‍वयंसेवकों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। राजमाला पेट्टीमुडी में भूस्खलन में सैकड़ों की संख्या में फंसे लोगों में से अनेक लोगों ने स्‍वयंसेवकों ने बचाया था।

इसे भी पढ़ें: विजय गाथा: ‘तिरंगा लहराकर आऊंगा या उसमें लिपटकर, पर आऊंगा जरूर’, कैप्टन विक्रम बत्रा ने जब पूरे देश में भर दिया था जोश

केरल में ओर पीछे जाएं तो इस प्राकृतिक आपदा से पहले 2019 में केरल में बाढ़ के दौरान अद्वितीय राहत गतिविधियों के लिए संघ के स्‍वयंसेवकों की सर्वत्र प्रशंसा हुई थी। वहीं, केरल बाढ़ (20 अगस्त, 2018) में भी बाढ़ पीड़ितों की सहायता में तीनों सेनाओं और एनडीआरएफ के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हजारों कार्यकर्ताओं ने अपना सहयोग दिया। इसी तरह से देश में कहीं भी कुछ भी संकट आता है, स्‍वयंसेवक आपको अपने जीवन को दाव पर लगाते हुए मानव सेवा करते, सहज ही नजर आ जाते हैं। वास्‍तव में यही संघ है और यही संघ की संगठित शक्‍ति है। काश; राहुल गांधी, कांग्रेस एवं संघ को अपना विरोधी माननेवाले सभी जन इस देशभक्‍ति के भाव को रास्‍वसंघ में देख पाते!

 

Topics: प्राकृतिक आपदाकेरलवायनाडएनडीआरएफndrfKeralaWayanadNatural Disasterवायनाड त्रासदीWayanad tragedyराहुल गांधीRahul Gandhi
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

एस जयशंकर

ऑपरेशन सिंदूर पर बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया: PIB ने राहुल गांधी के दावे का किया खंडन

P Chidambaram congress India allaince

कांग्रेस की मनमानी और इंडी गठबंधन का बिखराव: पी. चिदंबरम ने गांधी परिवार को दिखाया आईना

जारी है ऑपरेशन सिंदूर, पूरा भारत एकजुट, सभी दल सरकार के साथ, बोले- जय हिंद, जय हिंद की सेना

उरी और बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर भी कांग्रेस नेता ने मांगे मोदी सरकार से सबूत

सावरकर यानी जय!

Supreme court Rahul Gandhi Veer Savarkar

राहुल गांधी को SC की फटकार, कहा- याद रहे वीर सावरकर जैसे स्वतंत्रता सेनानियों ने आजादी दिलाई

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नीति आयोग बैठक : PM मोदी ने थामा विष्णुदेव साय का हाथ, बोले- ‘छत्तीसगढ़ की बात अभी बाकी है’

Virat Kohli And Anushka Sharma Hanumangarhi

पहले मथुरा और अब हनुमानगढ़ी पहुंच गए हैं विराट कोहली, पत्नी अनुष्का भी साथ

रा.स्व.संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत

“सुरक्षा के मामले में हम किसी पर निर्भर ना हों…’’ : सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत

Uttarakhand Kedarnath Unesco

चारधाम यात्रा 2025: केदारनाथ में 5 लाख से अधिक श्रद्धालु, हेमकुंड साहिब के कपाट खुले

Bangladesh Muhammad Yunus

यूनुस सरकार पर बीएनपी का दबाव: दिसंबर तक चुनाव की मांग

Uttarkhand illegal encroachment

उत्तराखंड: तराई फॉरेस्ट डिविजन ने 15 हेक्टेयर वन भूमि अवैध कब्जा से मुक्त कराया

Uttarakhad Niti Ayog Baithak

सीएम धामी ने नीति आयोग की बैठक में उठाई ड्रेनेज और सिंचाई की मांग, पर्वतीय महाकुंभ के लिए मांगा सहयोग

पीएम मोदी: ऑपरेशन सिंदूर की ताकत को जनांदोलन बनाकर हासिल होगा विकसित भारत का लक्ष्य

Iran Executed a man

ईरान में मोहसेन लैंगरनेशिन को फांसी: इजरायल के लिए जासूसी के झूठे आरोपों और यातना का दावा

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजु से मुस्लिम बुद्धिजीवियों की भेंटवार्ता

वक्फ संशोधन : मुस्लिम समाज की तरक्की का रास्ता!

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies