बरेली। यूपी के बरेली में गरीब हिन्दू परिवारों के बच्चों और महिलाओं के मतांतरण का षडयंत्र सामने आया है। हिन्दू संगठनों ने खुफिया ऑपरेशन कर प्रार्थना सभा की आड़ में मतांतरण रैकेट चला रहे ईसाई मिशनरी को बेनकाब कर दिया। एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने लालच देकर मतांतरण की साजिश मामले में पादरी प्रेम जोनल को गिरफ्तार कर लिया है। उसके दो अन्य साथियों पर कानूनी शिकंजा कसा गया है।
पुलिस के मुताबिक, ईसाई मिशनरी से जुड़े लोगों ने बरेली में थाना इज्जतनगर क्षेत्र की परवाना नगर कालोनी में ठिकाना बनाया हुआ था। पकड़ा गया पादरी प्रेम जोनल अपने साथी विनोद और नितीन के साथ मिलकर गरीब नाबालिग हिन्दू बच्चों को प्रलोभन देकर उनका मतांतरण कराए जाने का षडयंत्र करने में जुटा था। हिन्दू परिवारों के बीच मिशनरी साहित्य बांटकर उन्हें गुमराह करने की कोशिश की जा रही थी। हिन्दू संगठनों का कहना है कि पादरी और उसके साथी कई बच्चों का मतांतरण करा भी चुके थे। रैकेट के बारे में जानकारी मिलने पर हिन्दू कार्यकर्ता गुलशन बहादुर ने सच्चाई सामने लाने की ठानी और प्रार्थना सभा में पहुंच गए। पूछताछ में पता लगा कि प्रार्थना सभा की आड़ में हिन्दू बच्चे और महिलाओं को ईसाई बनने की शिक्षा दी जा रही थी। पादरी ने हिन्दू कार्यकर्ता को भी पढ़ने के लिए मिशनरी साहित्य थमा दिया और उन्हें ईसाई बनने के लिए लालच दिया। धार्मिक भावनाएं आहत होने पर गुलशन ने संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को सूचना दी।
मतांतरण का षडयंत्र सामने आते ही हिन्दू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष अरुण फौजी कार्यकर्ताओं के साथ मौके पर पहुंच गए। पता होते ही पुलिस भी पहुंच गई और मौके से पादरी प्रेम जोनल, विनोद व नितीन को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। ईसाई मिशनरी से जुड़े इन तीनों लोगों पर पुलिस ने पहले शांतिभंग की कार्रवाई की। इसके बाद पादरी प्रेम जोनल को लालच-प्रलोभन देकर मतांतरण कराने के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। थाना प्रभारी ने मीडिया को बताया कि मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 299, विधि विरूद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अनिधियम की धारा 3 और 5(1) के तहत रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।
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