गत जुलाई को कुछ मुस्लिम महिलाओं ने वाराणसी में पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास जी महाराज की आरती उतारी। बता दें कि यह मठ रामानंदी संप्रदाय का है। आदि गुरु रामानंद जी महाराज ने छुआछूत और भेदभाव को समाप्त करने का अभियान चलाया था।
यही नहीं, उन्होेंने मुस्लिम और दलित वर्ग के लोगों को गुरुमंत्र देकर रामभक्ति में नई क्रांति का सूत्रपात किया था। इसलिए वर्तमान महंत बालक दास जी महाराज ने मठ का दरवाजा सभी के लिए खोल दिया है। यही कारण है कि मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी के नेतृत्व में मुस्लिम महिलाओं ने उनकी आरती उतारी। गुरु पद का सम्मान किया व रामनामी दुपट्टा ओढ़ाया।
इस अवसर पर प्रसिद्ध दलित विचारक ज्ञान प्रकाश ने मंत्रोच्चारण के साथ रामपंथ के धर्माध्यक्ष महंत बालक दास से रामपंथ की दीक्षा ली। महंत बालक दास ने अपने आशीर्वचन में कहा कि भगवान राम की शरण में जो भी आएगा, सब हमारे हैं। जो भी रामभक्ति से जुड़ना चाहते हैं वे सब आएं, हमें सब स्वीकार है। हिंदू धर्म में सबकी स्वीकारोक्ति है।
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