इजरायल हमास युद्ध के बीच ईरान समर्थित हिजबुल्लाह के घातक रॉकेट हमले से इजरायल का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। इसको लेकर प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इजरायल मजदल शम्श में हुए जानलेवा हमले को चुपचाप जाने नहीं देगा। उन्होंने कहा कि हिजबुल्लाह को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, जो कि उसने अब तक नहीं चुकाई है।
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नेतन्याहू ने ये भी कहा कि हिजबुल्लाह ने अपनी रेड लाइन को क्रॉस कर दिया है। उन्होंने कहा कि मारे गए लोगों में छोटे बच्चे भी थे, जो कि वहां फुटबाल खेल रहे थे। इस दृश्य को देखकर हमारा दिल टूट गया है। उन्होंने कहा कि मारे गए बच्चे मात्र 10 से 20 साल के ही थे। बता दें कि पीएम बेंजामिन नेतन्याहू फिलहाल अमेरिका के दौरे पर हैं, लेकिन उन्होंने अपनी यात्रा के समय को घटा दिया है और जल्द ही वो वापस लौटने वाले हैं।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि इजरायल के गोलान हाइट्स पर लेबनान के हिजबुल्लाह की ओर से कई रॉकेट दागे गए हैं, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में बच्चे भी शामिल थे। इजरायल के मुताबिक यह 7 अक्टूबर की लड़ाई शुरू होने के बाद हिजबुल्ला का सबसे बड़ा हमला है। लेबनान से दागे गए रॉकेट गोलान हाइट्स के उत्तरी ड्रूज शहर मजदल शम्स में एक फुटबॉल मैदान पर गिरा था। इजरायल ने कहा कि उसने लेबनान से इजरायली इलाके में गिरने वाले 30 प्रोजेक्टाइल की पहचान की है। इस हमले के बाद इस बात की आशंका जताई जा रही है कि इजरायल अब हमास के साथ-साथ हिजबुल्लाह से भी लड़ेगा।
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इस हमले को लेकर कहा कि इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि ड्रूज समुदाय और पूरे इजरायली राष्ट्र पर आए भारी दुख को साझा करने के लिए आध्यात्मिक नेता टैरिफ से बात की थी।
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