विश्व का हर खिलाड़ी ओलंपिक्स आयोजन की प्रतीक्षा करता है। इसमें सभी देश, हर पंथ, हर मत के खिलाड़ी प्रतिभाग करते हैं। अभी तक इसके उद्घाटन समारोह की भव्यता की चर्चाएं हुआ करती थीं परंतु इस वर्ष का उद्घाटन समारोह असहज करने वाला अनुभव लेकर आया है।
पेरिस ओलंपिक्स की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे लोगों को तब झटका लगा जब उद्घाटन समारोह में वोकिज्म का तड़का मिला और ईसा मसीह का अपमान भी किया गया। यह चौंकाने वाला था। उद्घाटन समारोह में जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम होने चाहिए थे, वहाँ पर ड्रैग क्वींस, तथा ड्रैग स्टाइल के डांस थे। “ड्रैग क्वीन” से अर्थ ऐसे व्यक्ति से होता है, जो “अक्सर” आदमी होता है और जो महिला जैसा दिखने के लिए और नकल करने के लिए महिला जैसे वस्त्र धारण करता है और साथ ही भारी मेकअप करता है। यह प्राय: “समलैंगिक” व्यक्ति होता है और वह ऐसा मनोरंजन के उद्देश्य से करता है।
पेरिस ओलंपिक्स के उद्घाटन समारोह में जहां एलजीबीटीक्यू का एजेंडा चला तो वहीं सबसे अधिक हंगामा और शोर जीसस के अपमान पर हो रहा है। सबसे पहले एक बड़ी मेज पर एक बड़ी तश्तरी में एक बड़े ढक्कन से नीले रंग में रंगा हुआ एक व्यक्ति फ्रांसीसी भाषा में गाते हुए उठता है और वह फूल लपेटे हुए है। वह ग्रीक देवता डायनिसिस जैसा दिख रहा है। डायनिसिस को ग्रीक में वाइन बनाने वाले, बगीचों और फलों, वनस्पतियों, प्रजनन, उत्सव, पवित्रता, परंपराओं के जुनून एवं धार्मिक उत्साह तथा रंगमंच आदि का देवता माना जाता है।
और उसी के पीछे विंसी के प्रख्यात चित्र की नकल की गई है। लियोनार्डो द विंसी ने ईसा मसीह और उनके अनुयाइयों का चित्रण करती हुई “द लास्ट सपर” पेंटिंग बनाई थी। जिसमें वे अपने अनुयाइयों के साथ बैठे हैं। इस नकल में एक मोटी महिला बीच में है और उसके आसपास “ड्रैग क्वींस” और बच्चे हैं। इसे लेकर लोगों के भीतर गुस्सा है और इसे लेकर एलन मस्क ने भी कहा है कि यह ईसाइयों के लिए अपमानजनक है।
Reject degeneracy https://t.co/Nizpj1dqH5
— Natalie F Danelishen (@Chesschick01) July 26, 2024
एक्स पर लोग लगातार इनका विरोध कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि 2024 पेरिस ओलंपिक्स पूरी तरह से वोक हो गए हैं। उद्घाटन समारोह लास्ट सपर, द गोल्डन काफ मूर्ति और पेल हॉर्स के ट्रांसजेंडर मजाक के साथ शुरू हुआ है। ओलंपिक्स ने यह स्पष्ट कर दिया कि ईसाई विचारों का स्वागत नहीं है।
The 2024 Paris Olympics has gone full Woke dystopian.
The opening ceremony was filled with transgend*r mockery of the Last Supper, the Golden Calf idol, and even the Pale Horse from the Book of Revelation.
The Olympics has made it clear that Christian viewers aren't welcome. pic.twitter.com/LgawyE6YRX
— Kyle Becker (@kylenabecker) July 26, 2024
बिशप रॉबर्ट बैरन ने भी द विंसी की कृति लास्ट सपर के इस उपहास कई आलोचना की है। और इसे ईसाइत का अपमान बताया है यह भी प्रश्न किया है कि क्या यह कार्य किसी और धर्म के साथ किया जा सकता है?
Friends, my thoughts on the opening ceremony of the Paris Olympics. #Olimpiadas2024 #OlympicGames pic.twitter.com/xU1ljFMZft
— Bishop Robert Barron (@BishopBarron) July 27, 2024
लोगों के दिलों में गुस्सा है कि आखिर इतने ड्रैग पर्फामर क्यों थे? और बच्चों के साथ इनका प्रदर्शन क्यों किया गया था? जो ईसाइत को मानने वालों ने कहा कि पेरिस ओलंपिक्स पूरी तरह शैतानी हो गए हैं। वैसे एक भयावह डांस भी हुआ था, जिसमें सिर रहित फ्रांसीसी रानी मैरी एंतोनिथ को गाते हुए दिखाया था। मैरी एंटोनिथ को फ्रांसीसी क्रांति के बाद मृत्यु दंड दे दिया गया था।
इस कृत्य को शैतानिक कृत्य कहा गया। यह अपने आप में भयावह है कि एक रानी जिसे क्रांतिकारियों ने मृत्युदंड दिया था, उसे इस प्रकार दिखाया जाए और वह भी इतने महत्वपूर्ण आयोजन में? सोशल मीडिया पर लोग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। किसी की मृत्यु का इस प्रकार उपहास?
लोगों के मन में गुस्सा है और वे सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इस वोक पैरोडी को लेकर लोग सहज नहीं है। एलन मस्क ने एक पोस्ट में उत्तर लिखा कि “ईसाइयत दंत विहीन हो चुकी है!”
कई अमेरिकी राजनेताओं तक ने इस प्रदर्शन को पश्चिमी कल्चर में सांस्कृतिक धब्बे की तरह कहा है। लोग कह रहे हैं कि लेफ्ट ने अब पश्चिमी सभ्यता को लील लिया है। कनाडा के कंजरवेटिव कमेंटर हैरिसन फ़ौलकनर ने लिखा कि आखिर ओलंपिक ओपनिंग सेरेमनी में क्या हो रहा है?
फ्रांस में हाल ही में आए हुए चुनाव परिणामों की ओर इंगित करते हुए मारिऑन मार्शल ने एक्स पर लिखा कि “वे सभी ईसाई जो पेरिस 2024 को देख रहे हैं और जो लास्ट सपर के अपमान से व्यथित हैं, वे यह जान लें कि फ्रांस नहीं बोल रहा है, बल्कि एक लेफ्ट विंग माइनोरोटी किसी भी उकसावे के लिए तैयार है।
To all the Christians of the world who are watching the #Paris2024 ceremony and felt insulted by this drag queen parody of the Last Supper, know that it is not France that is speaking but a left-wing minority ready for any provocation. #notinmyname
À tous les chrétiens du monde… pic.twitter.com/GusP2TR63u
— Marion Maréchal (@MarionMarechal) July 26, 2024
लोग यही प्रश्न कर रहे हैं कि क्या यही कार्य वे इस्लाम के लिए कर सकते थे? लोग यह भी प्रश्न कर रहे हैं कि आखिर बच्चों के सामने ड्रैग क्वीन आदि क्यों थे? ट्रम्प की पूर्व वकील ने भी लास्ट सपर के मजाक को शैतानी कृत्य ठहराया है।
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