शाहबाज शरीफ की सरकार भले होली—दीपावली की बधाइयां देती हो, लेकिन व्यावहारिकता में हिन्दुओं की सुरक्षा करने में वह भी असफल ही साबित हुई है। कभी सिंध और पंजाब सूबों में हिन्दुओं की अच्छी—खासी संख्या हुआ करती थी, लेकिन अब वहां से भी हिन्दू पलायन करने को मजबूर हो चुके हैं।
पाकिस्तान में हिन्दुओं के दमन और उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार का एक और उदाहरण सामने आया है। वहां मीरपुर खास में एक हिन्दू डॉक्टर को उनके घर से सरेआम अगवा कर लिया गया है। उनके परिवार को कुछ नहीं पता कि अगवा करने वाले कौन हैं और उन्होंने उनके साथ ऐसा क्यों किया है।
पड़ोसी इस्लामी देश के सिंध सूबे से आए समाचार से पता चला है कि यहां मीरपुर खास में कुछ हथियारबंद अपराधियों ने एक हिंदू डॉक्टर भूरोमल ठाकोर कोहली को उनके घर में घुसकर अगवा किया है। इस घटना से पूर्व इलाके के थानाध्यक्ष ने डॉक्टर भूरालाल के भाई को पुलिसथाने में तलब किया था। इससे संदेह होता है कि शायद पुलिस का इस अपहरण में कोई हाथ है।

जिन्न के कंगाल देश के सिंध और पंजाब सूबों में हिन्दुओं के साथ होते आ रहे दुर्व्यवहार की सुध लेने वाला कोई नहीं है। कितने ही मामलों में स्थानीय मजहबी उन्मादियों के दबाव में हिन्दू दमन में पुलिस और प्रशासन की भूमिका देखी गई है। उस देश की अदालतें भी दिखावे के लिए हिन्दुओं पर अत्याचार करने वाले मजहबियों के विरुद्ध मुकदमा चलाती है और अंतत: उन्हें बरी भी कर देती हैं।
पाकिस्तान में वहां की सरकारें कभी भी देश के अल्पसंख्यक वर्गों की हिफाजत नहीं कर पाई हैं। कहने के लिए बयान जरूर दिए जाते हैं लेकिन धरातल पर स्थानीय दबंग उन्मादियों या मुल्ला—मौलवियों की ही चलती है। इसीलिए हिन्दुओं की जमीनें कब्जाने, उनका अपहरण करने, बच्चियों को कन्वर्ट करके अधेड़ मुसलमानों के साथ जबरन ब्याहने जैसी घटनाएं आएदिन देखने में आती हैं।
शाहबाज शरीफ की सरकार भले होली—दीपावली की बधाइयां देती हो, लेकिन व्यावहारिकता में हिन्दुओं की सुरक्षा करने में वह भी असफल ही साबित हुई है। कभी सिंध और पंजाब सूबों में हिन्दुओं की अच्छी—खासी संख्या हुआ करती थी, लेकिन अब वहां से भी हिन्दू पलायन करने को मजबूर हो चुके हैं। मीरपुर खास की उक्त घटना अब वहां के प्रशासन के लिए चौंकाने जैसी घटना नहीं है।
समाचार के अनुसार, करीब छह अपराधी हथियारों के साथ जबरदस्ती डॉ. भूरालाल कोहली के घर में घुस आए। उन्होंने वहां डॉक्टर के भाई प्रकाश के बारे में पूछताछ की। प्रकाश घर पर नहीं मिले तो उन बदमाशों के घर में मौजूद परिवार के लोगों को मारना शुरू कर दिया। इतने पर भी गुस्सा शांत नहीं हुआ तो वे डॉ. भूरोमल को जबरन उठा ले गए।
इससे पहले, स्थानीय थानाध्यक्ष आसिफ अली का परिवार के पास फोन आया था और उसने डॉक्टर के भाई के बारे में पूछा। उसने प्रकाश को कहा कि वह स्थानीय थाने में आए। प्रकाश वहां गए तो थानाध्यक्ष ने उन्हें वहां बैठाकर कुछ सवाल करने शुरू कर दिए। इस बीच दोपहर करीब तीन बजे कुछ बदमाश उनके घर जा पहुंचे और प्रकाश के भाई डॉक्टर भूरालाल को उठा ले गए।
मीरपुर खास में डॉक्टर भूरालाल एक प्रतिष्ठित चिकित्सक माने जाते हैं। मीरपुर में ही उनका घर है जहां वे अपने पूरे परिवार के साथ रहते हैं। उनके उस घर से ही बदमाश उन्हें उठा ले गए। परिवार के लोग परेशान हैं लेकिन कहीं से मदद की उम्मीद नहीं है।
टिप्पणियाँ