पाकिस्तान चीन के साथ मिलकर पीओके में लगातार लोगों को कुचलने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तानी सेना चीन को खुश करने के लिए ‘अज्म ए इस्तेहकाम’ अभियान चला रही है। इसके खिलाफ पीओके में जनता सड़कों पर उतर गई है। लोग लगातार पाकिस्तानी सेना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
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वहीं पाकिस्तानी सेना ने इसे आतंकवाद विरोधी अभियान करार देते हुए इसे नेशनल एक्शन प्लान का नया रूप करार दिया है। पाकिस्तान की सेना का कहना है कि वो इस ऑपरेशन के जरिए आतंकवाद को खत्म करना है। उसका कहना है कि इससे पाकिस्तान में सामाजिक और आर्थिक हालात आए। वहां के डीजीआईएसपीआर का कहना है कि मजबूत राजनीतिक लॉबी इस अभियान के खिलाफ खड़ी हो गई है।
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पहले भी चलाए गए थे इस तरह के अभियान
गौरतलब है कि पाकिस्तान पहले भी जनता की बेहतरी के नाम पर इस तरह के कदम उठाता रहा है। जर्ब-ए-अज्ब और रद्द उल फसाद जैसे कई अभियान पाकिस्तान चला चुका है। इसके चलते पाकिस्तानी सेना ने बहुत ही बेरहमी से जनता को कुचलने का काम किया था। इसके चलते लोगों का विस्थापन बड़े स्तर पर हुआ था। हालांकि, जब इसको लेकर जब सेना से सवाल किया जाता है तो डीजी आईएसपीआर ने कहा कि यह केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि आर्थिक विकास और स्थिरता को बढ़ावा देने के उद्येश्य से एंटी टेरर ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
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