गत दिनों भुवनेश्वर में विश्व हिंदू परिषद के तत्वावधान में संत चिंतन बैठक हुई। इसमें संतों ने मांग की कि विदेशी पैसे से चल रहे कन्वर्जन और गोहत्या जैसे दुष्कृर्त्यों को पूर्ण रूप से बंद किया जाए।
स्वामी जीवनमुक्तानंद जी महाराज की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में परमहंस स्वामी प्रज्ञानानंद व स्वामी शंकरानंद जैसे प्रमुख संत भी उपस्थित थे। विश्व हिंदू परिषद के क्षेत्रीय सह मंत्री गौरी प्रसाद रथ ने बताया कि ओडिशा में हो रही गोहत्या व गो तस्करी को लेकर चिंतन बैठक में विस्तार से चर्चा की गई तथा इसे लेकर चिंता व्यक्त की गई। संतों ने कहा कि ओडिशा में गोहत्या रोकने के लिए ‘ओडिशा प्रिवेंशन आफ काउ स्लैटर एक्ट’ लागू है।
इसके साथ ही ‘प्रिवेंशन आफ क्रुएलिटी टू एनिमल एक्ट’ भी राज्य में लागू है। गायों के परिवहन को लेकर भी कानून है, लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि इन कानूनों का सही रूप से पालन नहीं किया जा रहा। यही कारण है कि राज्य में गोहत्या व गो तस्करी के मामले बढ़ रहे हैं।
संतों ने राज्य सरकार से मांग की है कि इन कानूनों को कड़ाई से लागू किया जाए। साथ ही संतों ने स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग दोहराई। कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश सचिव महेश साहू ने स्वागत भाषण दिया। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री सुधांशु पटनायक ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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