धरोहरों के संरक्षण में भारत ने कई देशों की मदद की, ये यूनेस्को के लिए प्रेरणा है : ऑद्रे अजोले
July 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

धरोहरों के संरक्षण में भारत ने कई देशों की मदद की, ये यूनेस्को के लिए प्रेरणा है : ऑद्रे अजोले

रविवार को भारत मंडपम में शुरू हुए समिति की बैठक में ऑद्रे अजोले ने सभी का अभिवादन नमस्ते से किया

by WEB DESK
Jul 21, 2024, 09:46 pm IST
in भारत, दिल्ली
ऑद्रे अजोले

ऑद्रे अजोले

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नई दिल्ली, (हि.स.)। विश्व धरोहर समिति की बैठक के उद्घाटन सत्र में यूनेस्को की महानिदेशक ऑद्रे अजोले ने कहा कि भारत ने ऐतिहासिक स्मारकों और विरासत को सहेजने और संरक्षण में कई देशों की सहायता की है। स्वयं अपने देश में 3600 से अधिक ऐतिहासिक विरासत का संरक्षण किया है। भारत यूनेस्को के लिए प्रेरणा है।

रविवार को भारत मंडपम में शुरू हुए समिति की बैठक में ऑद्रे अजोले ने सभी का अभिवादन नमस्ते से किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। अजोले ने संबोधन में कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण(एएसआई) ने 160 साल से भारत के 3600 प्राचीन धरोहरों का संरक्षण किया है। विश्व में एएसआई ने कई स्मारकों, प्राचीन धरोहरों का संरक्षण करने में यूनेस्को का सहयोग किया है। विशेषरूप से कंबोडिया में प्राचीन विष्णु मंदिर अंगकोरवाट मे एएसआई ने अभूतपूर्व संरक्षण का काम किया है। भारत की प्राचीन विरासत के संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता सभी के लिए प्रेरणादायक है।

उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत विश्व के धरोहरों को सहेजने की दिशा में अपना सहयोग देता रहेगा। अजोले ने कहा कि यूनेस्को जो प्राचीन धरोहरों के संरक्षण की दिशा में काम कर रहा है उसके सामने ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण में चुनौतियां भी अधिक है। जलवायु परिवर्तन और डिजीटल क्रांति युग में भी हम संरक्षण के प्रति दृढसंकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं और इसे आने वाली पीढ़ी को भी सौंपने के लिए तैयार है। इसी उद्देश्य से 31 देशों से आए युवाओं को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।

विश्व धरोहरों का उल्लेख करते हुए महानिदेशक ने कहा कि भारत के सभी 42 विश्व धरोहर भूत, भविष्य और वर्तमान पीढी को दर्शाते हैं। कालबेलिया, गरबा, चांस नृत्य यनेस्को के अमूर्त सूची में शामिल है। भारत की प्रतिबद्धता अपनी धरोहर को संरक्षित और सुरक्षित रखने की दिशा में अभूतपूर्व है। पिछले साल भारत की अध्यक्षता में आयोजित जी 20 की बैठक में विश्व के सतत विकास के लिए संस्कृति और विरासत को केन्द्र में रखा गया। भारत की अध्यक्षता में हुई बैठक में काशी कल्चरल पाथवे को अपनाया गया जो अवैध रूप से ट्रैफकिंग और सांस्कृतिक धरोहरों को वापस लाने की दिशा में काम करेगा। भारत अपने ऐतिहासिक विरासत के संरक्षण के साथ प्राकृतिक संपदा के संरक्षण के लिए भी काम कर रहा है। भारत के कर्म ही धर्म है के सिद्धांत पर पूरा विश्व आगे बढ़ेगा।

Topics: Indiapreserving heritageinspiration for UNESCOAudrey Azole
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

जनरल असीम मुनीर

जिन्ना के देश ने कारगिल में मरे अपने जिस जवान की लाश तक न ली, अब ‘मुल्ला’ मुनीर उसे बता रहा ‘वतनपरस्त’

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में नहीं गए

BRICS से गायब शी जिनपिंग, बीजिंग में राष्ट्रपति Xi Jinping के उत्तराधिकारी की खोज तेज, अटकलों का बाजार गर्म

कहूटा रिसर्च लैबोरेटरी में यूरेनियम संवर्धन की गतिविधियां तेज हो गई हैं

कहूटा में परमाणु ईंधन क्यों जमा कर रहा जिन्ना का देश? क्या आतंकवादी सोच का भारत का पड़ोसी बना रहा परमाणु अस्त्र?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

Loose FASTag होगा ब्लैकलिस्ट : गाड़ी में चिपकाना पड़ेगा टैग, नहीं तो NHAI करेगा कार्रवाई

Marathi Language Dispute

‘मराठी मानुष’ के हित में नहीं है हिंदी विरोध की निकृष्ट राजनीति

यूनेस्को में हिन्दुत्त्व की धमक : छत्रपति शिवाजी महाराज के किले अब विश्व धरोहर स्थल घोषित

मिशनरियों-नक्सलियों के बीच हमेशा रहा मौन तालमेल, लालच देकर कन्वर्जन 30 सालों से देख रहा हूं: पूर्व कांग्रेसी नेता

Maulana Chhangur

कोडवर्ड में चलता था मौलाना छांगुर का गंदा खेल: लड़कियां थीं ‘प्रोजेक्ट’, ‘काजल’ लगाओ, ‘दर्शन’ कराओ

Operation Kalanemi : हरिद्वार में भगवा भेष में घूम रहे मुस्लिम, क्या किसी बड़ी साजिश की है तैयारी..?

क्यों कांग्रेस के लिए प्राथमिकता में नहीं है कन्वर्जन मुद्दा? इंदिरा गांधी सरकार में मंत्री रहे अरविंद नेताम ने बताया

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies