‘प्रकृति को लील रही है उपभोगवादी संस्कृति’
May 11, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम संघ

‘प्रकृति को लील रही है उपभोगवादी संस्कृति’

‘भारतीय इतिहास परंपरा और पर्यावरण’ विषय पर एक गोष्ठी आयोजित

by WEB DESK
Jul 20, 2024, 01:42 pm IST
in संघ
गोष्ठी में उपस्थित आम लोग

गोष्ठी में उपस्थित आम लोग

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

गत दिनों बीकानेर में ‘भारतीय इतिहास परंपरा और पर्यावरण’ विषय पर एक गोष्ठी आयोजित हुई। यह गोष्ठी अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना (नई दिल्ली) एवं इतिहास विभाग, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय (बीकानेर) के संयुक्त तत्वावधान में और इतिहास संकलन समिति मरु क्षेत्र, बीकानेर के सहयोग व नेतृत्व में संपन्न हुई।

संगोष्ठी को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति एवं कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो. मनोज दीक्षित ने कहा कि मनुष्य प्रकृति से निंरतर दूर होता जा रहा है जिसके फलस्वरूप भौतिक विकास की दौड़ में पर्यावरण नष्ट होता जा रहा है। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि एवं वक्ता डॉ. बालमुकुंद पांडे ने कहा कि वर्तमान में हमारी जीवन प्रणाली देवत्व से दूर होकर राक्षसत्व की तरफ उन्मुख है।

इसकी पृष्ठभूमि में हम पर्यावरण का दोहन न करके शोषण कर रहे हैं। इस कारण आज संपूर्ण विश्व दैहिक, दैविक एवं भौतिक ताप से संतप्त है। उपभोगवादी संस्कृति प्रकृति को लील रही है। उन्होंने शोधार्थियों से अपील करते हुए कहा कि वे प्राचीन भारतीय धार्मिक ग्रंथों में निहित पर्यावरण संबंधी धारणाओं पर नवीन शोध कर समाज के बीच में लाएं, ताकि समाज में पर्यावरण संरक्षण के प्रति उत्तरदायित्व जाग्रत हो सके। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि और विधायक जेठानंद व्यास ने कहा कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को एक पेड़ लगाकर उसके संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र सह संपर्क प्रमुख योगेंद्र कुमार ने प्लास्टिक मुक्त समाज की आवश्यकता जताई। संगोष्ठी के सारस्वत अतिथि प्रो. धर्मचंद चौबे ने कहा कि पर्यावरण के प्रति समाज को संवेदनशील होना ही होगा। संगोष्ठी के समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए श्री ओंकार सिंह लाखावत ने कहा कि राजस्थान तो प्राचीन काल से ही पर्यावरण के प्रति जागरूक रहा है।

Topics: समाज में पर्यावरण संरक्षणमनुष्य प्रकृति से निंरतर दूरenvironmental protection in societyman is constantly away from natureराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघRashtriya Swayamsevak Sangh
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

कुसुम

सदैव बनी रहेगी कुसुम की ‘सुगंध’

#पाकिस्तान : अकड़ मांगे इलाज

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री स्वांत रंजन

संस्कृति रक्षक अहिल्याबाई

यह युद्ध नहीं, राष्ट्र का आत्मसम्मान है! : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने ऑपरेशन सिंदूर को सराहा, देशवासियों से की बड़ी अपील

मौत के बाद भी कई जिंदगियों को जीवन दे गई कुसुम

मणिपुर में सम्पन्न हुआ संघ शिक्षा वर्ग 2025 : 7 जिलों के 71 स्वयंसेवकों ने 15 दिनों तक लिया राष्ट्र सेवा का प्रशिक्षण

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Operation sindoor

अविचल संकल्प, निर्णायक प्रतिकार : भारतीय सेना ने जारी किया Video

पद्मश्री वैज्ञानिक अय्यप्पन का कावेरी नदी में तैरता मिला शव, 7 मई से थे लापता

प्रतीकात्मक तस्वीर

घर वापसी: इस्लाम त्यागकर अपनाया सनातन धर्म, घर वापसी कर नाम रखा “सिंदूर”

पाकिस्तानी हमले में मलबा बनी इमारत

दुस्साहस को किया चित

पंजाब में पकड़े गए पाकिस्तानी जासूस : गजाला और यमीन मोहम्मद ने दुश्मनों को दी सेना की खुफिया जानकारी

India Pakistan Ceasefire News Live: ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंकवादियों का सफाया करना था, DGMO राजीव घई

Congress MP Shashi Tharoor

वादा करना उससे मुकर जाना उनकी फितरत में है, पाकिस्तान के सीजफायर तोड़ने पर बोले शशि थरूर

तुर्की के सोंगर ड्रोन, चीन की PL-15 मिसाइल : पाकिस्तान ने भारत पर किए इन विदेशी हथियारों से हमले, देखें पूरी रिपोर्ट

मुस्लिम समुदाय की आतंक के खिलाफ आवाज, पाकिस्तान को जवाब देने का वक्त आ गया

प्रतीकात्मक चित्र

मलेरकोटला से पकड़े गए 2 जासूस, पाकिस्तान के लिए कर रहे थे काम

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies