नीट पेपरलीक के मामले में सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करेगा। इसी क्रम में सीबीआई ने नीट-यूजी पेपर लीक के मामले में पटना स्थित अखिल भारतीय आयर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) को भी पूछताछ के लिए डिटेन कर लिया है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने इन तीनों छात्रों के मोबाइल, लैपटॉप को भी जब्त कर लिया है।
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रिपोर्ट के मुताबिक, पता चला है कि हिरासत में लिए गए तीनों छात्रों को सीबीआई अज्ञात स्थान पर ले गई है। इसके साथ ही इन सभी के कमरों को भी सील कर दिया गया है।
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कैसे एम्स तक पहुंची सीबीआई
बताया जाता है कि नीट-यूजी मामले की जांच कर रही सीबीआई पिछले मंगलवार को पटना और हजारीबाग (झारखंड) के दो प्रमुख आरोपियों पंकज कुमार उर्फ आदित्य और राजू सिंह को अपनी कस्टडी में लिया था। इसके साथ जब जांच एजेंसी ने इन दनों को इंटेरोगेट किया तो उन्होंने एम्स के छात्रों के इसमें शामिल होने की बात कबूली।
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द न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि झारखंड के हजारीबाग से प्राप्त प्रश्नों को हल करने के नालंदा के लूटन सिंह उर्फ संजीव कुमार सिंह के ‘सॉल्वर गैंग’ की मदद AIIMS के तीन छात्रों ने की थी। गौरतलब है कि केंद्रीय जांच एजेंसी इस मामले में 14 अब तक लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पिछले सप्ताह ही गुरुवार को ही सीबीआई ने बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले मुख्य आरोपियों में से एक राकेश रंजन उर्फ रॉकी को गिरफ्तार कर लिया है।
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