उत्तर प्रदेश

मोहर्रम पर राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह भदरी महल में हाउस अरेस्ट

शेखपुर आशिक गांव में मुसलमानों ने मोहर्रम के महीने में एक मस्जिद नुमा गेट बना दिया था। हिन्दुओं को उसी द्वार के नीचे से होकर आना - जाना पड़ रहा था। उदय प्रताप सिंह ने इसका विरोध किया

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सुनील राय

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद में जनसत्ता दल के विधायक रघुराज प्रताप सिंह के पिता उदय प्रताप सिंह को इस बार भी मोहर्रम पर हाउस अरेस्ट किया गया। विगत कई वर्षों से उदय प्रताप सिंह मोहर्रम की दसवीं तारीख पर प्रयागराज-लखनऊ हाइवे के शेषपुर गांव में सड़क पर भंडारा करने का प्रयास करते हैं। इस कारण से वहां पर जाम की स्थिति उतपन्न होने की संभावना रहती है। उधर मोहर्रम के जुलूस को देखते हुए स्थिति संवेदनशील बनी रहती है। इस वजह से प्रशासन पिछले कई वर्षों से उदय प्रताप को उनके भदरी महल में ही हाउस अरेस्ट कर लेता है। इस बार भी उन्हें तीन दिन के लिए हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। भदरी कोठी पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। उप जिलाधिकारी और सीओ ने उदय प्रताप से मिलकर उन्हें हाउस अरेस्ट करने की सूचना दे दी है.

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 में प्रतापगढ़ के कुंडा क्षेत्र में धरने पर बैठे उदय प्रताप सिंह को हाउस अरेस्ट कर लिया गया था। उदय प्रताप सिंह उस समय मोहर्रम के मौके पर धरने पर बैठे थे। उस समय वहां के शेखपुर आशिक गांव में मुसलमानों ने मोहर्रम के महीने में एक मस्जिद नुमा गेट बना दिया था। हिन्दुओं को उसी द्वार के नीचे से होकर आना – जाना पड़ रहा था। उदय प्रताप सिंह का कहना था कि मुसलमानों ने मनमानी करते हुए उस मस्जिद नुमा गेट का निर्माण किया। उस समय प्रतापगढ़ के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी धरना स्थल पर गए थे। उन लोगों ने उदय प्रताप सिंह को मनाने का प्रयास किया था मगर बात नहीं बनी थी। उस समय उदय प्रताप की मांग थी कि कुंडा के शेखपुर गांव में मुसलमानों ने जो मजहबी द्वार बना दिया है। उस द्वार को हटाया जाए। हिन्दुओं को विवश होकर उस द्वार के नीचे से आना- जाना पड़ रहा था। आस – पास के लोग उदय प्रताप सिंह के समर्थन कर रहे थे। धरने के दौरान स्थानीय लोगों की काफी भीड़ एकत्र हो रही थी और वहां पर हनुमान चालीसा का पाठ किया जा रहा था।

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