नई दिल्ली । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) सरकार पर निशाना साधते हुए तमिलनाडु में कानून व्यवस्था को अत्यंत लचर बताया है। भाजपा ने मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की सरकार पर आरोप लगाया कि पिछले एक साल में दलित समुदाय पर अत्याचार बढ़े हैं और राज्य में लोगों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
मंगलवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता में केंद्रीय राज्य मंत्री एल. मुरुगन और तमिलनाडु भाजपा के उपाध्यक्ष वी.पी. दुरईसामी ने डीएमके सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि डीएमके के सत्ता में आने के बाद राज्य में दलितों के खिलाफ अत्याचार के मामलों में तेजी आई है। कुछ दिनों पहले ही एक राष्ट्रीय पार्टी के राज्य प्रमुख की हत्या कर दी गई थी, जो इस बात का संकेत है कि अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हो चुके हैं।
एल. मुरुगन ने बताया कि “पिछले एक साल में दलित समुदाय पर अत्याचार के 2000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा, कल्लाकुरिची में अवैध शराब पीने से 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि डीएमके सरकार अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने में पूरी तरह विफल रही है”।
भाजपा नेता ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी को हाथरस का रास्ता तो पता है, लेकिन तमिलनाडु के कल्लाकुरिचि और चेन्नई का नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी केवल राजनीति करने में रुचि रखते हैं, जबकि राज्य में दलितों पर अत्याचार लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष वी.पी. दुरईसामी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से मिलकर तमिलनाडु में दलितों पर हो रहे अत्याचारों की जानकारी देगा।
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