ईरान में राष्ट्रपति चुनाव संपन्न हो चुका है। मसूद पेजेशकियन ईरान के नए राष्ट्रपति बन गए हैं। लेकिन, ईरान की इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह सैय्यद अली खामनेई ने दिवंगत राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी को काम और उम्मीद की सरकार करार दिया है। सुप्रीम लीडर ने तेहरान में देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर और उनके कैबिनेट सदस्यों से मुलाकात की।
अयातुल्ला खामेनेई ने इब्राहिम रईसी की तारीफ में पुल बांधते हुए कहा कि रईसी को अपने घरेलू क्षमताओं पर पूरा भरोसा था और वो वह अपने धार्मिक और क्रांतिकारी विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करते थे। इब्राहिम रईसी के नेतृत्व वाली 13वीं सरकार घरेलू और विदेशी दोनों क्षेत्रों में “काम और उम्मीद की सरकार” थी।
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सुप्रीम लीडर खामनेई ने सलाह दी कि नई सरकार को भी इब्राहिम रईसी के विचार और व्यवहार को अपनाने की आवश्यकता है। दिवंगत राष्ट्रपति बहुत ही भरोसेमंद थे और तमाम समस्याओं और आलोचनाओं के बाद भी अपने वादों पर खरे उतरे थे।
हिजाब विरोधी हैं मसूद पजेशकियान
गौरतलब है कि पजेशकियान ने ईरानी राष्ट्रपति चुनाव में कट्टरपंथी जलीली को चुनाव में मात देकर जीत हासिल की है। पजेशकियान को उदारवादी नेता के तौर पर जाना जाता है। वो हिजाब विरोधी रहे हैं। वहीं ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई और इब्राहिम रईसी दोनों ही इस्लामिक कट्टरपंथी मानसिकता से सने हुए थे। ऐसे में इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि भविष्य में पजेशकियान और सुप्रीम लीडर के बीच विवाद हो सकता है। जानकार सुप्रीम लीडर की रईसी को फॉलो करने वाली बातों को इशारे के तौर पर देखते हैं।
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