गत 29 जून से 4 जुलाई तक पूर्णिया (बिहार) में संस्कार भारती द्वारा पांच दिवसीय कला सोपान कार्यशाला आयोजित की गई। इसका शुभारंभ वरिष्ठ शास्त्रीय गुरु सर्वश्री कौशल किशोर दुबे, अमरनाथ झा, संस्कार भारती (बिहार) के संगठन मंत्री वेद प्रकाश एवं उत्तर बिहार के महामंत्री सुरभित दत्त ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
इस अवसर पर श्री वेद प्रकाश ने कहा कि पूर्णिया सांस्कृतिक विरासत की भूमि रहा है। कभी पुरइन (कमल) के फूलों की बहुलता की वजह से इसे पूर्णिया नाम मिला। कार्यशाला में भाग ले रहे कला साधकों को बरनाली मुखर्जी ने संगीत, राजीव राज ने चित्रकला, सागर दास ने हस्तकला, राज सोनी ने हास्य और अभिनय तथा अनमोल और अभिमन्यु ने लोक नृत्य का प्रशिक्षण दिया।
कार्यशाला के शुभारंभ पर काजल देवनाथ द्वारा भरतनाट्यम शैली में गणेश वंदना, ध्येय गीत पर अनमोल कुमार एवं एम जे के समूह द्वारा नृत्य, विष्णु कुमार द्वारा विष्णु अवतार पर मणिपुरी नृत्य तथा भूमि नंदी द्वारा बिहार के पारंपरिक पर्वों के सामूहिक दृश्य पर लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। हास्य अभिनेता राज सोनी ने अपने चुलबुले अंदाज व मनोरंजक संवाद से बच्चों को खूब गुदगुदाया।
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