‘जम्मू कश्मीर में आतंकवाद अपनी आखिरी सांसें गिन रहा है’ कुछ दिन पहले ही संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये बात कही थी। पीएम मोदी की इसी बात को भारतीय सेना सच साबित करने जा रही है। इसके लिए सेना ने आतंकियों के सफाए के लिए खतरनाक प्लान तैयार किए हैं। इसके तहत सुरक्षा बलों और जांच एजेंसियों ने कई स्तरों की रणनीति को तैयार किया है।
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क्या है सेना की तैयारी
रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन आर्मी ने घुसपैठ को रोकने के लिए एक ठोस ब्लूप्रिंट तैयार किया है। इसके तहत सेना लोकल ह्युमन इंटेलीजेंस को मजबूत करने के लिए सीमावर्ती इलाकों में युवाओं की टीम बनाकर उन्हें भी सुरक्षाबलों से जोड़ा जा रहा है। स्पेशल तकनीकी टीम ह्युमन इंटेलीजेंस टीम से मिले लोकल इनपुट्स का त्वरित विश्लेषण करेगी और उसे सेना से साझा करेगी। सीआरपीएफ को भी कई इलाकों में मॉडर्न वेपन के साथ तैनात किया जाएगा। यह टीम पूरी तरह से एंटी टेरर ऑपरेशन में ट्रेंड होगी।
इसको लेकर एक अधिकारी ने एक बयान में कहा कि सेना का मुख्य फोकस समयबद्ध तरीके से आतंक का गढ़ खत्म करने पर होगा। इसके साथ ही आतंक को नए क्षेत्रों में फैलने से रोकना है।
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घाटी में एक्टिव हैं 135 आतंकी
सेना ने कहा है कि कश्मीर घाटी में इस वक्त 135 आतंकी मॉड्यूल एक्टिव हैं, जिसमें से एक सौ दस पाकिस्तानी हैं। पाकिस्तान घाटी में एक नया क्रिएटल बनाए रख रहा है। इन आतंकी मॉड्यूल को सुरक्षा बल लगातार खत्म करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। पिछले कुछ सालों में सेना ने अपने घुसपैठ रोधी तंत्र को बेहद मजबूत बनाया है। बताया जाता है कि इन घुसपैठों को रोकने के लिए भारतीय सेना ने अग्रिम मोर्चे पर बड़ी तैनाती की है।
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