केरल के कोझिकोड जिले में गुरुवार को अमीबिक मेनिंगोएन्सेफलाइटिस (amoebic meningoencephalitis) के कारण एक 14 वर्षीय लड़के की मौत हो गई। यह एक प्रकार का मस्तिष्क संक्रमण है, जो ब्रेन ईटिंग अमीबा के संक्रमण के कारण होता है। बच्चा तालाब में नहा रहा था, तभी अमीबा उसकी नाक के माध्यम से उसके शरीर में प्रवेश कर गया।
Brain Eating Amoeba क्या है?
क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, नेग्लेरिया फाउलेरी एक स्वतंत्र रूप से रहने वाला अमीबा है, जिसे आमतौर पर ब्रेन ईटिंग अमीबा के नाम से जाना जाता है। यह तालाबों आदि में रहता है। यह अमीबा नाक के जरिए शरीर में प्रवेश करता है और तंत्रिका तंत्र को संक्रमित करना शुरू कर देता है और जानलेवा साबित हो सकता है। मस्तिष्क खाने वाला अमीबा मस्तिष्क के टिश्यूज को नुकसान पहुंचाता है, जिससे मस्तिष्क में संक्रमण हो जाता है। इसके लक्षण संक्रमित होने के दो से 15 दिन बाद दिखने लगते हैं।
ब्रेन ईटिंग अमीबा के संक्रमण के लक्षण
- गर्दन में अकड़न होना
- सिर दर्द
- बुखार
- उल्टी
- भ्रम उत्पन्न होना
बचाव के उपाय
- केवल क्लोरिनेटेड स्वीमिंग पूल का उपयोग करें।
- तैरते समय अपना मुंह पानी में न डालें।
- अगर आपको किसी गर्म पानी के तालाब या स्विमिंग पूल में जाने के बाद सिरदर्द या बुखार की समस्या होती है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
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