महाराष्ट्र के ठाणे के हजूरी क्षेत्र में रहने वाले हिंदुओं ने शुक्रवार (5 जुलाई 2024) को शहजाद शेख द्वारा हिंदू महिला के साथ छेड़छाड़ के विरोध में महाआरती का आयोजन किया। बताया जा रहा है कि मुस्लिम भीड़ ने हिंदू महिला की मॉब लिंचिंग का प्रयास किया और मंदिर को भी अपवित्र किया, जिसके बाद पीड़ित महिला को खुद को बचाने के लिए स्थानीय शिव मंदिर में शरण ली थी। यह घटना कुछ दिन पहले की है, लेकिन सोशल मीडिया पर अभी भी हिंदु समुदाय मंदिर मे मुस्लिम भीड़ के जूते पहनकर घुसने और महिला के साथ छेड़छाड़ की घटना से आहत है। महाआरती का वीडियो लीगल राइट्स ऑब्जर्वेटरी (LRO) ने अपने आधिकारिक अकाउंट एक्स पर साझा किया है। इसमें आरोप लगाया गया है कि स्थानीय पार्षद विकास आर ने ठाणे पुलिस पर आरोपी को बचाने का दबाव बनाने के लिए सीएम एकनाथ शिंदे के साथ करीबी संबंध होने का दावा किया था।
बताया जा रहा है कि यह घटना 23 जून 2024 को ठाणे के हजूरी दरगाह क्षेत्र में हुई थी, जो मुस्लिम बहुल इलाका है। हालांकि, इस मामले में 27 जून को आईपीसी की धारा 354, 354डी और 452 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। ठाणे पुलिस ने एक हिंदू महिला से छेड़छाड़ करने और उसे अपना मुंह बंद रखने की धमकी देने के आरोप में शहजाद शेख नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया था। हिंदू महिला आरोपी की सब्जी की दुकान पर गई थी, जहां दोनों के बीच पैसों को लेकर मामूली कहासुनी हो गई थी। महिला ने कहा कि उसके पास छुट्टे पैसे नहीं हैं, लेकिन आरोपी ने जोर देकर कहा कि अगर वह सब्जी खरीदना चाहती है तो उसे छुट्टे पैसे देने होंगे। इसके बाद महिला अपने घर चली गई, जहां आरोपी ने उसका पीछा किया। फिर वह उसके घर में घुस गया और उसके साथ छेड़छाड़ की। महिला जब मदद के लिए चिल्लाई तो वह वहां से भाग गया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इलाके में रहने वाले दूसरे मुस्लिमों ने महिला पर शिकायत दर्ज न करने का दबाव बनाया। डरी हुई महिला पास के एक मंदिर में शरण लेने के लिए गई, जहां करीब 100 से 150 मुसलमानों की भीड़ जूते पहनकर मंदिर में घुस आई और महिला को पुलिस में शिकायत दर्ज न कराने की धमकी दी। आरोपी को बचाने के लिए कट्टरपंथियों ने पुलिस पर दबाव भी बनाया। हिंदू समुदाय ने महिला के साथ छेड़छाड़ करने और मंदिर को अपवित्र करने वाले कट्टरपंथियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया। पहले हिंदू समुदाय ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज करने से मना कर दिया था, लेकिन बाद में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। एलआरओ के अनुसार आरोपी को पुलिस हिरासत के बजाय न्यायिक हिरासत में रखा गया था।
बता दें कि सकल हिंदू समाज, ठाणे ने 30 जून 2024 को विरोध प्रदर्शन किया और आरोपियों के खिलाफ सख्त सजा की मांग की। हिंदुओं ने यह भी कहा कि मुस्लिमों द्वारा जूते पहनकर मंदिर में प्रवेश करने से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। जिहादी भीड़ ने हिंदू महिला की मॉब लिंचिंग करने की कोशिश की और मंदिर को अपवित्र किया, जिसके बाद पीड़िता हिंदू महिला ने स्थानीय शिव मंदिर में शरण ली। ऐसे में आरोपियों को सख्त सजा दी जाए और इलाके में रहने वाले हिंदू समुदाय की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।
टिप्पणियाँ