भोपाल । मध्य प्रदेश को एक बार फिर दहलाने की कोशिश करते आतंकवादी को खंडवा से एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने पकड़ा है। वह इंडियन मुजाहिदीन से जुड़ा है। आतंकवादी को एटीएस ने ‘लोन वुल्फ अटैक’ (बिना किसी पार्टनर) की योजना बनाते हुए पकड़ा है। पूछताछ में पता चला है कि उसके निशाने पर सुरक्षा बल के जवान थे । उसने सुरक्षा बल एवं उनके परिजनों के रेकी करने की बात कबूली है। साथ ही इस फैजान नाम के आतंकी के सोशल मीडिया प्रोफाइल पर इंडियन मुजाहिदीन से संबंधित जेहादी पोस्ट अपलोड मिले हैं, जिसमें कि पाकिस्तान में चल रहे टेररिस्ट कैंप के वीडियो भी शामिल हैं। वह इन वीडियो और फोटो के माध्यम से ट्रेनिंग लेते पकड़ा गया है। उसने पुलिस को बताया कि वह आतंकी अबू फैजल से प्रेरित है। वह अबू फैजल से भी बड़ा आतंकी बनना चाहता था।
इस संबंध में आईजी एटीएस डॉ. आशीष ने बताया कि मध्य प्रदेश एटीएस द्वारा गुरुवार सुबह खंडवा से प्रतिबंधित संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) से जुडे़ आतंकी फ़ैज़ान पिता हनीफ़ शेख (34 वर्ष) को उसके निवास कंजर मोहल्ला, सलूजा कॉलोनी खंडवा पर दबिश देकर गिरफ्तार किया है। उसके विरूद्ध धारा 13(1) (बी), 18, 20, 38 विधि विरूद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम, 1967 का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
पिस्टल, जिंदा कारतूस समेत भारी मात्रा में विडियो, जिहादी साहित्य मिला
आतंकी के पास से भारी मात्रा में आईएम, आईएसआईएस एवं अन्य आतंकी संगठनों से संबंधित जेहादी साहित्य, 04 मोबाइल फोन, 01 पिस्टल व 05 जिंदा कारतूस, सिमी संगठन के सदस्यता फॉर्म जप्त किए गए हैं। इसके कब्जे से जप्त मोबाइल फोन एवं डिजिटल डिवाइस में भी विभिन्न आतंकी संगठन- इंडियन मुजाहिदीन, आईएसआईएस, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा आदि के जेहादी साहित्य, वीडियो एवं फोटो प्राप्त हुए हैं।
जुटा था आईएसआईएस के प्रचार में
आईजी एटीएस डॉ. आशीष का कहना है कि गिरफ्तार आतंकी के प्रतिबंधित संगठन सिमी के सदस्यों से भी संपर्क होना पाया गया है। यह अपने सोशल मीडिया- फेसबुक आईडी पर इंडियन मुजाहिदीन से संबंधित जिहादी पोस्ट कर आईएम/आईएसआईएस की विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रहा था। साथ ही इसके द्वारा पाकिस्तान में चल रहे मुजाहिदीन ट्रेनिंग कैंप्स की वीडियो, मसूद अजहर (जैश-ए-मोहम्मद) लश्कर-ए-तैयबा की तक़रीर पोस्ट करते हुए कंधार विमान अपहरण की कहानी तथा मुल्ला उमर के बयान एवं अंसार ग़ज़वा-तुल-हिन्द (एजीएच) से संबंधित पोस्ट सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित किए जा रहे थे।
बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए कर रहा था पिस्टल और कारतूस इकट्ठे
इसके साथ ही आईजी एटीएस डॉ. आशीष ने एक अहम जानकारी दी कि फैजान द्वारा लोन वुल्फ अटैक (Lone Wolf Attack) करने की योजना थी, जिसके लिए सुरक्षा बल के जवानों एवं उनके परिजनों की निगरानी एवं रेकी की जा रही थी। इसके द्वारा ऐसा हमला कर स्वयं को इंडियन मुजाहिदीन के यासीन भटकल एवं सिमी सरगना अबू फैजल की तरह बड़ा मुजाहिद सिद्ध करना था। अपनी योजना को अंजाम देने के लिए इसके द्वारा स्थानीय अवैध हथियार कारोबारी तथा राज्य के बाहर के लोगों से सम्पर्क कर पिस्टल एवं कारतूस एकत्र किए जा रहे थे। प्रकरण में आरोपी की पुलिस रिमांड लेकर अग्रिम पूछताछ की जा रही है एवं इसके अन्य सहयोगियों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।
मध्य प्रदेश एटीएस ने तीन वर्ष में पकड़े कई आतंकवादी
मध्यप्रदेश की एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) द्वारा पिछले तीन सालों के दौरान प्रदेश में सक्रिय प्रतिबंधित एवं रेडिकल आतंकी संगठनों स्टुडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ़ इंडिया(सिमी), इंडियन मुजाहिदीन (आईएम), पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया(पीएफआई), इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस), जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी), हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी), आतंकवादी संगठन अलसफा, एलडब्ल्यूई (मोइस्ट) की गतिविधियों पर लगातार निगाह रखते हुए इनसे जुड़े कई आतंकियों को पकड़ा जा चुका है ।
विगत तीन वर्षों में ये हुईं अहम गिरफ्तारियां :
पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया(पीएफआई) के 22
इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस)/ अलसफा के 6
जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के 6
हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी)के 16
एलडब्ल्यूई (मोइस्ट) के 04
इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) का 01
ये है इन आतंकवादी संगठनों का काला सच
राज्य की एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) को कुल 55 आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार, गोला बारूद, राष्ट्रविरोधी साहित्य, आपत्तिजनक दस्तावेज एवं डिजिटल उपकरण जप्त करने में सफलता मिली है। यहां जिन आतंकी संगठनों के आतंकवादियों को पकड़ा गया है, उनका भी थोड़ा इतिहास समझ लेते हैं । दरअसल, इनमें इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) को हिंसक उग्रवादी गतिविधियों के कारण भारत सरकार द्वारा वर्ष 2013 में प्रतिबंधित संगठन घोषित किया गया है। संगठन का उद्देश्य हिंसक तरीकों से भारत में इस्लामी राज्य की स्थापना करना है। भारत में वर्ष 2005 से 2013 तक दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, अहमदाबाद, पुणे आदि स्थानों पर हुए बम धमाकों में आईएम की संलिप्तता रही है । मध्य प्रदेश में इस संगठन आईएम के सरगना रियाज भटकल द्वारा संगठन में भर्ती एवं प्रशिक्षण के लिए मध्य प्रदेश के सिमी सदस्यों के सहयोग से मजबूत नेटवर्क स्थापित किया गया था। सिमी एवं आईएम आतंकियों द्वारा कारित अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट प्रकरण में वर्ष 2022 में मध्यप्रदेश के सिमी सरगना सफदर नागौरी सहित 3 आरोपियों को फांसी तथा अन्य 5 आरोपियों को अजीवन कारावास से दण्डित किया गया है।
इसी तरह से आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट इन इरान एंड सीरिया (आईएसआईएस) अपने चरमपंथी विचारधारा एवं क्रूर रणनीति के लिए जाना जाता है, जिसका उद्देश्य वैश्विक इस्लामी साम्राज्य स्थापित करना है । मध्यप्रदेश एटीएस द्वारा अब तक आईएसआईएस के विरूद्ध कई प्रभावी कार्यवाही की गई हैं। जिसमें कि अहम तौर पर वर्ष 2015 में इससे जुड़े 05 युवकों को रतलाम से गिरफ्तार किया गया था। वर्ष 2017 में भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में हुए बम ब्लास्ट में शामिल उत्तरप्रदेश के 3 आरोपी गिरफ्तार किए गए। अभी दो वर्ष पूर्व 2022 में निम्बाहेड़ा, राजस्थान में जप्त विस्फोटक प्रकरण में इस संगठन के साथ अल सफा के तीन आरोपी गिरफ्तार करने में मप्र पुलिस को सफलता मिली थी। वहीं, पिछले वर्ष वर्ष 2023 में जबलपुर से आईएसआईएस मॉड्यूल के तीन आरोपित गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली थी। गौर करनेवाली बात यह है कि इन सभी के पास भारी मात्रा में हथियार, गोला बारूद, राष्ट्रविरोधी साहित्य, आपत्तिजनक दस्तावेज एवं डिजिटल उपकरण जब्त किये गए थे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा आतंकवादी एवं अन्य देशद्रोही गतिविधियों की रोकथाम के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसी के तहत मप्र एटीएस द्वारा संपूर्ण प्रदेश में गहन निगरानी रखी जा रही है, जिसके चलते एटीएस को आज यह बड़ी कामयाबी हासिल हुई है।
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