मथुरा में रविवार को मथुरा पानी की टंकी के क्षतिग्रस्त होकर गिरने की घटना के बाद उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) द्वारा सोमवार को दोषी अधिकारियों व अनुबन्धित फर्मों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की गई. इस मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी भी गठित की गई है.
उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) द्वारा तीन फर्मों (मे० एसएम कान्स्ट्रक्शन, मे० बनवारी और मे० त्रिलोक सिंह रावत) एवं अन्य कर्मियों के विरूद्ध कोतवाली, मथुरा में एफआईआर दर्ज कराई गई है. इसके अतिरिक्त योजना पर तैनात सहायक अभियंता ललित मोहन, जूनियर इंजीनियर बीरेन्द्र पाल एवं रविन्द्र प्रताप सिंह को निलंबित करते हुए जांच के आदेश दिए गए हैं. इसके अतिरिक्त तत्कालीन सहायक अभियंता दिव्यांशु कुमार सिंह के विरूद्ध अनुशासनिक जांच के निर्देश दिए गए हैं.
इस मामले में अधिशासी अभियंता महराज सिंह, कुमकुम गंगवार, दयानन्द शर्मा एवं तत्कालीन सहायक अभियंता राम प्रकाश यादव पर जल निगम (ग्रामीण) का प्रशासनिक नियंत्रण है. इसलिए इनके विरूद्ध तत्काल नियमानुसार कार्रवाई करने के लिए प्रबंध निदेशक, जल निगम (ग्रामीण) को पत्र लिखा गया है. इसके अतिरिक्त प्रकरण में तकनीकी कमियों की जांच के लिए मुख्य अभियन्ता (गाजियाबाद क्षेत्र), जल निगम (नगरीय), गाजियाबाद की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन भी किया गया है। जांच समिति घटना की जांच के लिए आईआईटी दिल्ली या आईआईटी कानपुर जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से सहयोग प्राप्त कर आख्या उपलब्ध कराएगी.
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