पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के दिन गर्दिश में चल रहे हैं। न उसके पास तेल डलवाने के पैसे हैं, न कर्मचारियों को पगार देने के। इसे किसी निजी कंपनी को बेच देने की बात सरकार कई महीने से कर रही है और संभवत: आगामी अगस्त माह में यह काम भी हो जाएगा। इसी कंगाल होती सरकारी विमान सेवा के अनेक कर्मी, जो कनाडा की फ्लाइट में जाते हैं, लौटकर जिन्ना के देश में नहीं आते हैं। पिछले साल भर में ऐसे करीब चौदह कर्मी ‘लापता’ हो चुके हैं।
इस पाकिस्तानी विमान सेवा के इन लोगों का यूं कनाडा में ‘खो’ जाना पाकिस्तान के गली—चौराहों पर चर्चा का विषय बना हुआ है। बताते हैं, गत अप्रैल में इसी विमान सेवा की एक एयर होस्टेस के कब्जे से कई पासपोर्ट प्राप्त हुए थे। कनाडा के आव्रजन कर्मियों ने उसकी तलाशी ली तो सामान से कई लोगों के पासपोर्ट मिले। इस अपराध के लिए एयर होस्टेस हिना को पकड़ा गया।
आखिर कनाडा की फ्लाइट से जाने के बाद ये लोग लापता कहां और कैसे हो गए? यह सवाल रहस्य बना हुआ है। गत करीब एक साल पहले शुरू हुआ यह सिलसिला अब भी चल रहा है। ताजा जानकारी के अनुसार, टोरंटो पहुंचा इस विमान सेवा का एक और मैनेजर ‘गायब’ हो गया। इन गायब होने वालों में केबिन क्रू सदस्य सबसे ज्यादा हैं। एक अनुमान के अनुसार, करीब सात क्रू सदस्य यूं गायब हुए हैं।
आखिर कनाडा की फ्लाइट से जाने के बाद ये लोग लापता कहां और कैसे हो गए? यह सवाल रहस्य बना हुआ है। गत करीब एक साल पहले शुरू हुआ यह सिलसिला अब भी चल रहा है। ताजा जानकारी के अनुसार, टोरंटो पहुंचा इस विमान सेवा का एक और मैनेजर ‘गायब’ हो गया। इन गायब होने वालों में केबिन क्रू सदस्य सबसे ज्यादा हैं।
विमान सेवा ने अपने एक और मैनेजर के ‘गायब’ होने की बात को सही पाया है। यह मैनेजर, नूर शेर भी उड़ान संख्या 781 से टोरंटो पहुंचा था। ईद से एक दिन पहले, 16 जून को ये फ्लाइट राजधानी इस्लामाबाद से कनाडा के टोरंटो शहर के लिए उड़ी थी।
विमान सेवा के प्रवक्ता का कहना है कि नूर 2003 में पीआईए में भर्ती हुआ था। वह एक फ्लाइट अटेंडेंट था। नूर के विरुद्ध विभाग ने मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू तो की है लेकिन उस बात पर किसी का ध्यान नहीं है कि ये लोग ‘गायब’ क्यों हो रहे हैं।
एक कयास यह है कि कनाडा में इन लोगों को राजनीतिक शरण आसानी से मिल जाती है। इसके कानून में ढिलाई का फायदा उठाकर ये पीआईए कर्मी वहीं बस जा रहे हैं।दिलचस्प बात है कि विमान सेवा ने अपने कर्मियों के ‘गायब’ होने का ठीकरा भी कनाडा पर फोड़ा है। पीआईए ने कनाडा से कहा था कि उसके ‘गायब’ होने वाले कर्मियों का पता लगाने में मदद करे। लेकिन कनाडा ने ऐसी कोई मदद नहीं की। पिछले साल सात क्रू सदस्य कनाडा जाकर ‘गायब’ हुए थे। इस वर्ष अभी तक ऐसे सात लोगों के ‘गायब’ होने की बात सामने आई है।
पीआईए की एयर होस्टेस हिना सानी भी ऐसे ही मामले में पकड़ी गई थी। उसे पासपोर्ट में धांधली करने के आरोप में टोरंटो एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। हिना पर बाद में नशीले पदार्थ रखने का आरोप भी लगाया गया।
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