पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) महिला मोर्चा की एक नेता ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पर उसे निर्वस्त्र कर बेरहमी से पीटने का आरोप लगाया है।
पीड़ित महिला ने कूचबिहार पुलिस थाने में अपनी शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। महिला का कहना है कि अल्पसंख्यक समुदाय से होने के बावजूद बीजेपी में शामिल होने के कारण उसे यह सजा दी गई। पीड़ित महिला नेत्री ने रोते हुए अस्पताल में कहा, “तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने मुझसे कहा कि वे मुझे भाजपा के साथ जुड़े होने की सजा दे रहे हैं।”
इस घटना ने राज्य में राजनीतिक तनाव को और बढ़ा दिया है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी), राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू), और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) को पत्र लिखकर 25 जून को हुई इस घटना की जानकारी दी और उनसे इसकी जांच कराने का अनुरोध किया।
शुभेंदु अधिकारी ने अपने पत्र में लिखा, “यह घटना न केवल मानवाधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि लोकतंत्र पर भी एक गंभीर आघात है। हमें सुनिश्चित करना होगा कि दोषियों को सख्त सजा मिले और पीड़िता को न्याय मिले।”
इस घटना के बाद से राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है। बीजेपी ने टीएमसी पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में असफल रहने का आरोप लगाया है, जबकि टीएमसी ने इन आरोपों को राजनीतिक साजिश करार दिया है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे राज्य की राजनीति और समाज में तनाव बना हुआ है। इस घटना ने एक बार फिर से राज्य की राजनीति में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को उजागर कर दिया है।
टिप्पणियाँ