ओडिशा के खोर्धा जिले के विभिन्न स्थानों में गोवंश माफिया सक्रिय है तथा अत्यंत अमानवनीय तरीके से गायों को वाहनों में भर कर प्रदेश के बाहर बुचडखानों में भेजने के प्रयास में लगी हुई है। लेकिन, खोर्धा जिले में हिन्दू संगठनों की सतर्कता के कारण गोवंश माफियाओं का इस तरह के प्रयास विफल हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, खोर्धा जिले के भगवतीपडा इलाके से गायों के अवैध रुप से अन्य राज्य के बुचडखाने में भेजने की तैयारी करते समय हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता वहां पहुंचे। उन्होंने तुरंत निराकारपुर थाने के पुलिस को इस संबंध में अवगत कराया। उन्होंने एक वाहन के साथ वाहन के ड्राइवर व हेलपर को पुलिस को जिम्मा दिया। निराकारपुर पुलिस की टीम ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
निराकारपुर थाने के अधिकारी ने बताया कि खोर्धा जिले के भगवतीपडा इलाके से पांच गायों को बांध कर वाहन में ले जाने के प्रयास करते समय स्थानीय लोगों ने उसे देखा। स्थानीय लोगों ने वाहन को रोक कर उसे पुलिस के जिम्मे दिया। निराकारपुर थाना पुलिस ने इसे लेकर एक मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किये गये लोगों में जिले के माडल थाना क्षेत्र के शरधापुर गांव के एस.के रशीद व खोर्धा औद्यगिक क्षेत्र थाने के अधीन मुकुंद प्रसाद गांव का एसके साजिद शामिल है।
उन्होंने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार किये जाने के बाद उनका मेडिकल परीक्षण किया गया। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। गायों को जिस वाहन में ले जाया जा रहा था उसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। इसी तरह छुडाये गये गायों को बोलगड गोशाला भेज दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि ओडिशा में गौहत्या और गायों के अवैध परिवहन को रोकने के लिए ओडिशा का अपना कानून है, जैसे कि उडीसा गौहत्या रोकथाम अधिनियम, 1960, उड़ीसा गौहत्या रोकथाम अधिनियम, 1966। लेकिन अक्सर देखा गया है कि इन कानूनों का सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं किया जाता है। यह भी आरोप बार-बार लगता रहता है कि गौ तस्करों का पुलिस के साथ मिली भगत रहती है। इस कारण काफी अवाध रुप से प्रदेश में गौ तस्करी होती रहती है।
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