सेना में जाने का ऐसा जुनून था कि कई बार इंडियन आर्मी के लिए ट्राई किया, लेकिन उसमें नहीं सफल हुए तो करीब 6 माह पहले अमृतसर के तेजपाल ने रसियन आर्मी ज्वाइन कर ली। लेकिन, वह रूस-यूक्रेन युद्ध की भेंट चढ़ गए। जेपोरेजिया में यूक्रेनी सेना के साथ लड़ते हुए तेजपाल की मौत हो गई। दो माह तक को किसी को कुछ पता ही नहीं चल पा रहा था कि आखिर तेजपाल कहां गायब हो गए। फिर इस माह जून में पता चला कि वो वहां मारे गए।
क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि एक बेटे और एक बेटी के पिता तेजपाल अमृतसर के रहने वाले थे। उन्हें बचपन से ही सेना में जाने का जुनून सवार था। इसके लिए उन्होंने कई बार कोशिशें भी की। हालांकि, सेलेक्ट नहीं हो पाए। इसके बाद उन्होंने पैरा मिलिट्री में भी कोशिश की, लेकिन उसमें भी वो नाकाम रहे। हालांकि, फिर भी उन्होंने इसके लिए कोशिशें नहीं छोड़ी। स्टडी वीजा लेकर 2013-14 में तेजपाल साइप्रस जाते हैं और वहां पर ट्रैवेल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट का कोर्स किया। इसके बाद एक बार फिर से वो वर्क वीजा लेकर 17 माह के लिए साइप्रस जाते हैं।
साइप्रस में ही तेजपाल की मुलाकात परमिंदर से हुई दोनों ने एक दूसरे को पसंद किया और शादी कर ली। करीब ढाई साल पहले यूक्रेन औऱ रूस के बीच जंग छिड़ गई। इस कारण से रूस ने सैनिकों की भर्ती करनी शुरू कर दी। तेजपाल को लगा कि इसी बहाने शायद उनका फौज में भर्ती होने का सपना पूरा हो जाए। करीब 6 माह पहले ही तेजपाल ने रूसी सेना में भर्ती के लिए आवेदन कर दिया। ये बात उन्होंने अपने मां-बाप तक को नहीं बताई थी। हालांकि, ये बात उनके कुछ दोस्तों को जरूर पता थी।
जब परिवार वालों को यह बात पता चली तो उन्होंने उन्हें काफी समझाया। पत्नी परमिंदर को ये पसंद नहीं था कि तेजपाल विदेशी सेना में भर्ती हो। लेकिन, तेजपाल ने किसी की नहीं सुनी। तेजपाल 12 जनवरी को मॉस्को पहुंचे और रूसी सेना का फिजिकल और मेडिकल टेस्ट दिया, जिसमें वो पास भी हो गए। फरवरी में तेजपाल को यूक्रेन भेज दिया गया लड़ने के लिए। परमिंदर बताती हैं कि आखिरी बार तेजपाल ने 3 मार्च को फोन कर बताया था कि वो मोर्चे पर जा रहा है औऱ कुछ दिन बात नहीं कर पाएगा। 12 मार्च को ही उसकी मौत हो गई।
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