21 जून को क्यों मनाया जाता है योग दिवस, जानें योग के चमत्कारिक फायदे और इससे जुड़ी पौराणिक कहानी
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम जीवनशैली

21 जून को क्यों मनाया जाता है योग दिवस, जानें योग के चमत्कारिक फायदे और इससे जुड़ी पौराणिक कहानी

प्रत्येक वर्ष 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्‍य लोगों को योग के जरिए स्‍वस्‍थ और निरोगी जीवन के प्रति जागरूक करना है।

by सुनीता मिश्रा
Jun 21, 2024, 05:00 am IST
in जीवनशैली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

प्रत्येक वर्ष 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्‍य लोगों को योग के जरिए स्‍वस्‍थ और निरोगी जीवन के प्रति जागरूक करना है। हर साल योग दिवस के लिए एक खास थीम निर्धारित की जाती है। इस वर्ष की थीम ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ है। अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर योग दिवस मनाने का श्रेय मोदी सरकार को जाता है। 27 सितंबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त महासभा में दुनिया के तमाम देशों से योग दिवस मनाने का आह्वान किया था। इस प्रस्‍ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्‍वीकार कर लिया, जिसके बाद पहली बार 21 जून 2015 को पहला अंतरराष्‍ट्रीय योग दिवस मनाया गया।

इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। यहां से वह योग दिवस पर देश और दुनिया को अपना संदेश देंगे। यही नहीं इस साल कर्नाटक के मैसुरू पैलेस में लगभग 10 हजार लोग एक साथ योग करेंगे। इसके अलावा, गुजरात के बनासकांठा में भारत-पाक सीमा से महज 20 किमी दूर नाडा बेट में भी 10 हजार लोग योगासन करेंगे।

योग दिवस के लिए 21 जून ही क्यों?

यह तो हम सभी जानते हैं कि योग दिवस मनाने के लिए 21 जून की तारीख को तय किया गया है। इस तारीख को तय करने के पीछे एक खास वजह बताई गई है। ऐसा माना जाता है कि 21 जून का दिन योग और आध्यात्म के लिए बेहद खास है। साथ ही यह साल का सबसे बड़ा दिन होता है। योग में इस घटना को संक्रमण काल कहते हैं। इस दिन ग्रीष्म संक्रांति भी होती है। भारतीय परंपरा के अनुसार ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य धीरे-धीरे दक्षिणायन हो जाता है। कहा जाता है कि सूर्य के दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां पाने के लिए बहुत लाभकारी होता है। यही कारण है कि हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया।

योग का अर्थ

योग शब्द संस्कृत से लिया गया है। इसका अर्थ शामिल या एकजुट होना होता है। योग एक शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है। यह व्यक्ति को शांति, आत्मविश्वास और साहस प्रदान करता है। उसे ताउम्र स्वस्थ रखता है। साथ ही गंभीर बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है।

पौराणिक कथाओं में योग का महत्व

पौराणिक कथाओं के अनुसार पहली बार भगवान शिव ने अपने सात शिष्यों को योग सिखाया था। ऐसा कहा जाता है कि इन सात ऋषियों को ग्रीष्म संक्रांति के बाद आने वाली पहली पूर्णिमा के दिन योग की दीक्षा दी गई थी, जिसे भगवान शिव के अवतरण के तौर पर भी मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दौरान आध्यात्मिक साधना करना बहुत अच्छा होता है।

दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड

वर्ष 2015 में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम ‘सद्भाव और शांति के लिए योग’ थी। इस दौरान पीएम मोदी के साथ 84 देशों के प्रतिनिधियों समेत 35 हजार से ज्यादा लोगों ने दिल्ली में योग के 21 आसन किए थे। इस आयोजन में भारत के दो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बने। पहला, दुनिया का सबसे बड़ा योग एक साथ करने का, जिसमें 35 हजार से अधिक लोगों ने एक साथ योग किया। दूसरा, 84 देशों के नेताओं की एक साथ भागीदारी के लिए।

योग करने के चमत्कारिक फायदे

योग से होने वाले लाभों की बात की जाए तो यह अनगिनत हैं। योग न केवल अच्छी सेहत बनाता है, बल्कि शरीर को भी तंदुरुस्त रखने में सहायक होता है। आइए इस योग दिवस पर हम सभी योगासन करने का प्रण लें और बी​मारियों को दूर भगाएं। हर उम्र का व्यक्ति योग करने में सक्षम होता है। योगासन के नियमित अभ्यास से शरीर की सभी नाड़ियां शुद्ध व निरोग रहती हैं और सर्दी, जुकाम व दमा में भी काफी राहत मिलती है। योग करने से फेफड़े मजबूत बनते हैं। एलर्जी और सभी प्रकार की चर्म समस्याएं खत्म हो जाती हैं। योग करने से शरीर में रक्त का संचार ठीक रहता है और ब्लड प्रेशर की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाती है। सर्दियों में शरीर का तापमान कम होने से सर्दी—जुखाम जैसी समस्याएं होती हैं, लेकिन योग को सर्दियों में किया जाए तो यह हमारे शरीर का तापमान संतुलित रहता हैं। वृद्धावस्था में अनुलोम विलोम करने से शरीर निरोग रहता है और गठिया और जोड़ों का दर्द भी ठीक हो जाता है। इससे सायनस की समस्या ठीक हो जाती है।

Topics: benefits of yogainternational yoga day 2024Yoga Day 2024Yoga Day HistoryWhy we Celebrate Yoga DayInternational Yoga Day 2024 themeInternational Day of Yogabenefits of yoga for studentsmental benefits of yogaयोग दिवसयोग का अर्थयोग के फायदे
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

आकर्ण धनुरासन

आकर्ण धनुरासन योग: जानें इसे करने के स्वास्थ्य लाभ

सियाचिन की बर्फीली चोटियों से लेकर अपतटीय द्वीपों पर सेना ने मनाया योग दिवस

योग और मानव संसाधन विकास

निरंतर बढ़ती योग की वैश्विक लोकप्रियता, योग को लेकर ‘विश्व गुरु’ है भारत

योग से बनाएं कॅरियर

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस : पतंजलि योगपीठ में सीएम धामी और बाबा रामदेव ने किया योग

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

ओटीटी पर पाकिस्तानी सीरीज बैन

OTT पर पाकिस्तानी कंटेंट पर स्ट्राइक, गाने- वेब सीरीज सब बैन

सुहाना ने इस्लाम त्याग हिंदू रीति-रिवाज से की शादी

घर वापसी: मुस्लिम लड़की ने इस्लाम त्याग अपनाया सनातन धर्म, शिवम संग लिए सात फेरे

‘ऑपरेशन सिंदूर से रचा नया इतिहास’ : राजनाथ सिंह ने कहा- भारतीय सेनाओं ने दिया अद्भुत शौर्य और पराक्रम का परिचय

उत्तराखंड : केन्द्रीय मंत्री गडकरी से मिले सीएम धामी, सड़कों के लिए बजट देने का किया आग्रह

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies