रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पूर्वी एशियाई दौरे पर हैं। वह उत्तर कोरिया की यात्रा के बाद अब वियतनाम के दौरे पर पहुंचे हैं। रूसी राष्ट्रपति का विमान वियतनाम की राजधानी हनोई के हवाई अड्डे पर लैंड हुआ, जहां उनका स्वागत रेड कार्पेट पर किया गया। पुतिन के स्वागत के लिए देश के उप प्रधानमंत्री ट्रान होंग हाँ और पार्टी के शीर्ष नेता ले होई ट्रुंग खुद पहुंचे।
2017 के बाद पहली बार पुतिन वियतनाम के दौरे पर पहुंचे हैं। यहां वह कम्युनिस्ट नेताओं के साथ चर्चाएं करेंगे। अपने इस दौरे के दौरान पुतिन का कम्युनिस्ट पार्टी के नेता गुयेन फु ट्रोंग, स्टेट प्रेसीडेंट टो लैम और पीएम फाम मिन्ह चीन्ह से मिलने का कार्यक्रम है।इस बीच पुतिन ने संकट को हल के करने के लिए व्यवहारिक तरीकों का समर्थन करने के लिए वियतनाम की सराहना की है।
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गौरतलब है कि पिछले करीब ढाई साल से चल रहे रूस यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर वियतनाम ने आधिकारिक तौर पर तटस्थता की नीति का अनुसरण करते हुए यूक्रेन के साथ युद्ध को लेकर रूस की आलोचना करने से हमेशा परहेज किया है। पुतिन ने वियतनाम दौरे से पहले अपने लेख में वियतनाम की इस नीति का जिक्र भी किया है।
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अमेरिका हुआ नाराज
हालांकि, पुतिन का यह दौरा वियतनाम के शीर्ष व्यापारिक भागीदारों में एक अमेरिका को बिल्कुल रास नहीं आया है। उसने पुतिन के इस दौरे का विरोध किया है। वियतनाम में अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा कि किसी भी देश को पुतिन को उनके युद्ध को बढ़ावा देने और उसे नॉर्मलाइज करने के लिए लिए प्लेटफॉर्म नहीं देना चाहिए। उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया और रूस दोनों ही अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं, जबकि इसके ठीक उलट वियतनाम ने अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ अपने संबंधों को बरकरार रखा है।
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