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अलका याग्निक को हुई सेंसरी नर्व हियरिंग लॉस बीमारी, सुन नहीं पा रहीं मशहूर गायिका, जानें क्या हैं इसके लक्षण और इलाज

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सुनीता मिश्रा

अपनी मधुर आवाज से सबका दिल जीतने वाली बॉलीवुड की मशहूर गायिका अलका याज्ञनिक इन दिनों खासा चर्चा में है। उन्होंने सोशल मीडिया एक पोस्ट शेयर कर बताया कि उनको एक दुर्लभ न्यूरो समस्या हो गई है, जिसके कारण अब उनको सुनाई देना बंद हो गया है। 90 के दशक में कई सुपरहिट गाने गा चुकीं अलका याज्ञनिक ने बताया कि कुछ हफ्ते पहले जब वह एक फ्लाइट से बाहर निकल रही थीं, तभी उन्हें अचानक सुनाई देना बंद हो गया। डॉक्टर ने इसे एक रेयर सेंसरी नर्व हियरिंग लॉस बताया है, जो एक वायरल अटैक के कारण हुआ है। आइए जानते हैं क्या है ये बीमारी। इससे सबसे अधिक किसको खतरा रहता है। इसका क्या इलाज है।

वायरल इंफेक्शन, नसों का डैमेज होना मुख्य कारण

सेंसरी नर्व हियरिंग लॉस का मुख्य कारण बढ़ती उम्र, मधुमेह, विटामिन बी12 और विटामिन डी की कमी, वायरल इंफेक्शन, नसों का डैमेज होना, लंबे समय तक कान में हेडफोन का इस्तेमाल व बहुत तेज आवाज में गाने सुनने हो सकता है। इसके अलावा सिर पर चोट लगना, कान में इंटरनल समस्या होना या फिर तेज आवाज या विस्फोट सुनने के कारण भी सुनाई देना बंद हो सकता है। इस दौरान कान के अंदर दिमाग तक जाने वाली नसों को नुकसान पहुंचता है, जो बाहरी आवाज को दिमाग तक पहुंचाती हैं। ऐसी स्थिति में सुनाई देना कम हो जाता और कई बार अचानक से पूरी तरह सुनाई देना बंद हो सकता है।

हालांकि, सेंसरी नर्व हियरिंग लॉस के कुछ मामलों में एक कान से सुनाई देना बंद हो जाता है, लेकिन इस केस में ज्यादातर दोनों कान की सुनने की क्षमता प्रभावित होती है। डॉक्टरों द्वारा इस स्थिति में मशीन और कई तरह के बड्स लगाकर इसे ट्रीट किया जाता है। यदि किसी का व्यक्ति का सेंसरी नर्व हियरिंग पूरी तरह से लॉस हुआ है और उसे सुनने में दिक्कत आ रही है, एक कान की अपेक्षा दूसरे से कम सुनाई दे रहा है, कानों में भनभनाहट या बजने जैसी आवाजें आ रही हैं, ज्यादा लोगों की बात समझ नहीं आ रही है और अचानक से सुनाई देना बंद हो गया है तो डॉक्टर उसको उस तरह से ट्रीटमेंट देते हैं।

क्या हैं इस बीमारी का इलाज

आजकल की भाग दौड़ भरी लाइफ में हर कोई हेडफोन का इस्तेमाल करता है। तेज आवाज में म्यूजिक सुनना पसंद करता है। ये दोनों कारण ही हियरिंग लॉस की बड़ी वजह हो सकती हैं। अगर आप भी ज्यादा से ज्यादा हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं तो आपको अभी से इस आदत को छोड़ना होगा और तेज म्यूजिक से दूरी बनानी होगी। तभी आप इस बीमारी की जद में आने से बच सकते हैं।

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