नई दिल्ली । हाल ही में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता और मुख्यमंत्री के करीबी सहयोगी एम लक्ष्मण द्वारा किए गए एसडीपीआई (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) के बारे में खुलासे ने राज्य की राजनीतिक हलचल को तेज कर दिया है। भाजपा ने इस मौके पर कांग्रेस पर कड़ा हमला बोला है, जिसमें पार्टी पर कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों के साथ सहयोग का आरोप लगाया है।
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “कांग्रेस का इतिहास हमेशा कट्टरपंथी इस्लामिक आतंक के साथ रहा है। 26/11 के मुंबई हमलों के आतंकवादी अजमल कसाब और पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान का बचाव करने के बाद अब कांग्रेस ने स्वीकार किया है कि उसने एसडीपीआई का समर्थन लिया है।”
एसडीपीआई, जो प्रतिबंधित आतंकी संगठन पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) की राजनीतिक शाखा है, के साथ कांग्रेस के संबंधों की पुष्टि एम लक्ष्मण ने की है। लक्ष्मण, जिन्हें मैसूर से कांग्रेस का टिकट मिला है, ने यह भी कहा कि एसडीपीआई ने कई निर्वाचन क्षेत्रों में उनकी मदद की है, जिसमें वायनाड भी शामिल हो सकता है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस ने हमेशा एसडीपीआई का समर्थन किया है और करती रहेगी।
भाजपा का कांग्रेस पर आरोप
शहजाद पूनावाला ने कहा, “कांग्रेस ने राजनीति को राष्ट्र-नीति से ऊपर रखा है। हमने पहले भी देखा है कि कांग्रेस ने आतंकवादी हमलों में शामिल जिहादियों पर नरम रुख अपनाया है। अब, कर्नाटक के एक शीर्ष कांग्रेस नेता ने यह स्वीकार किया है कि एसडीपीआई ने उनकी मदद के लिए अपने उम्मीदवार को कांग्रेस के समर्थन में वापस ले लिया।”
कांग्रेस ने साधी चुप्पी
इस खुलासे के बाद कर्नाटक की राजनीति में हलचल मच गई है। भाजपा ने कांग्रेस पर कट्टरपंथी इस्लामिक आतंक का समर्थन करने का आरोप लगाया है, जबकि कांग्रेस ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है। कांग्रेस के नेताओं ने लक्ष्मण के इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, जिससे विवाद और गहरा गया है।
क्या किया खुलासा
दरअसल, लक्ष्मण ने खुलासा किया है कि एसडीपीआई (प्रतिबंधित आतंकी समूह पीएफआई की राजनीतिक शाखा) ने उनकी मदद करने के लिए कांग्रेस के समर्थन में अपना उम्मीदवार वापस ले लिया। लक्ष्मण ने कहा कि कांग्रेस हमेशा एसडीपीआई का समर्थन करेगी।
कांग्रेस और एसडीपीआई के संबंध
यह पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस पर SDPI जैसे संगठनों के साथ संबंध रखने का आरोप लगा है। एसडीपीआई और PFI जैसे संगठनों पर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगे हैं, और इन संगठनों पर कई राज्यों में प्रतिबंध भी लगाया गया है। भाजपा ने इस अवसर का उपयोग कांग्रेस पर हमला करने के लिए किया है और यह दावा किया है कि कांग्रेस ने हमेशा ऐसे संगठनों का समर्थन किया है जो देश की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं।
आगे क्या..?
कर्नाटक में चुनावी माहौल के बीच, एम लक्ष्मण के इस खुलासे ने राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है। भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है और कर्नाटक के मतदाता इस विवाद को कैसे देखते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद आगामी चुनावों में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन सकता है, जो चुनावी परिणामों को प्रभावित कर सकता है।
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