ओडिशा में पहली बार भाजपा की सरकार बनी है प्रदेश के मुख्यमंत्री के बनें हैं मोहन चरण मांझी। मुख्यंमंत्री के तौर पर पदभार संभालते ही सीएम मोहन चरण मांझी ने आज सुबह से ही पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर के चारों कपाटों को को खोलने का आदेश दिया। इसके साथ ही सरकार ने 12 वीं सदी कि भव्य मंदिर की तत्काल आवश्यकताओं को देखते हुए एक कोष स्थापित करने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी। जगन्नाथ मंदिर सनातन धर्म का बड़ा प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब भक्त सभी चार द्वारों से मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमने राज्य के चुनावी घोषणा पत्र में भी इसका वादा किया था। सीएम का कहना है कि मंदिर के तीन कपाटों के बंद होने के कारण भक्तों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। मांझी ने ये भी कहा कि मंदिर के संवर्धन के लिए 500 करोड़ रुपए का कोष बनाया जाएगा।
इसे भी पढे़ं: केरल: 2022 में 15-19 वर्ष की माओं ने 12000 से अधिक बच्चों को दिया जन्म, UNICEF बोला-स्वास्थ्य के लिए खतरा
बता दें कि कोरोना के दौरान तत्कालीन नवीन पटनायक सरकार ने मंदिर के चारों पटों को बंद कर दिया था। हालांकि, बाद में एक पट खोल दिया गया था, लेकिन बाकी के तीन पटों को बंद ही रखा गया था। इससे भक्तों को खासी दिक्कतें हो रही थीं। बहरहाल अब से चारों द्वारों से भगवान जगन्नाथ का दर्शन कर सकेंगे।
किसानों के लिए बड़ा फैसला
गौरतलब है कि इस बीच प्रदेश की मांझी सरकार ने किसानों को लेकर बड़ा फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने किसानों को धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाकर 3100 रुपए प्रति क्विंटल करने का फैसला किया है। इसके लिए सरकार ने संबंधित विभागों को आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है।
इसे भी पढे़ं: कोर्ट में पेशी के लिए गए गैंगस्टर ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी धमकी दी थी
यहीं नहीं राज्य सरकार ने किसानों की हर समस्याओं का समाधान करने के लिए एक विशेष “समृद्ध कृषक नीति योजना” बनाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए रोडमैप तैयार करने के लिए विभागों को आदेश दिया है। इस कार्य को 100 दिन के भीतर पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके साथ ही महिला सशक्तिकरण और बाल कल्याण के लिए नई सरकार ने सुभद्रा योजना को लागू करने का फैसला किया है।
टिप्पणियाँ