चंडीगढ़ : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने नौ साल के कार्यकाल के दौरान राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नौ बार प्रचारित किए जा चुके सेल्फी विद डॉटर अभियान के उपलक्ष्य में आयोजित नौवें सेल्फी विद डॉटर दिवस के अवसर पर नागपुर महाराष्ट्र की सारा हाशमी को बेस्ट सेल्फी अवार्ड दिया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे शपथ ग्रहण के अवसर पर आयोजित नौवें अंतरराष्ट्रीय सेल्फी विद डॉटर डे के अवसर पर आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में भारत, कनाडा व नेपाल से जुड़े प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए फाउंडेशन के संस्थापक सुनील जागलान ने भारत, कनाडा व नेपाल से जुड़े प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए बताया कि नौ जून 2015 को हरियाणा के जींद जिले के गांव बीबीपुर से शुरू हुआ अभियान आज विश्व के 80 देशों में पहुंच चुका है।
इस अवसर पर एसजीटी विश्वविद्यालय में केंद्रीय कार्यक्रम रखा जहां से देश विदेश के लोग वर्चुअल जुड़कर सेल्फी विद डॉटर अभियान बारे एकजुटता दिखा रहे थे । कार्यक्रम में जुड़ी यूनाइटेड नेशन की इंडिया कंट्री हेड कांता सिंह ने कहा कि सेल्फी विद डॉटर अभियान से भारत की लड़कियों के सम्मान व पहचान में बहुत बड़ा बदलाव आया है । क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन जक्षय शाह ने कहा कि सेल्फी विद डॉटर अभियान से पूरे देश में बेटियों के प्रति जागरूकता आई है। यह भारत का बहुत गौरवशाली अभियान है। हमारा पूरा सहयोग सेल्फी विद डॉटर अभियान को रहेगा। क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की तरफ से जक्षय शाह ने प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान की सेल्फी विद डॉटर को 31000, 21000, 11000 रुपये पुरस्कार के रूप में दिए तथा पंचायत को भी 21000 रुपये ईनामी राशि दी। कार्यक्रम के दौरान नेपाल से जुडे सेल्फी विद डॉटर टीम के सदस्य बिक्म श्रेष्ठा व कल्पना श्रेष्ठा ने कहा कि नेपाल का सबसे पंसदीदा अभियान बना है सेल्फी विद डॉटर और इससे यहां लोगों की सोच में बेटियों के लिए सकारात्मक बदलाव आए हैं। नेपाल में सेल्फी विद डॉटर के विडियो को 5 करोड़ से ज्यादा बार देखा जा चुका है। इस अवसर पर कनाडा से भारतीय मूल की लीला अहीर ने सेल्फी विद डॉटर को बहुत प्यारा अभियान बताया जिसे लोग आसानी से अपना लेते हैं।
ननासा पंचायत को मिला पुरस्कार
मध्यप्रदेश की ननासा पंचायत को इस साल का बेस्ट सेल्फी विद डॉटर पंचासत अवार्ड दिया गया है। जिसके तहत पंचायत को 21 हजार रुपये नगद तथा प्रशस्ति पत्र दिया गया है। फाउंडेशन के संस्थापक सुनील जागलान ने बताया कि देश के प्रसिद्ध बीबीपुर मॉडल ऑफ वीमेन इंपावरमेंट एंड विलेज डिवेल्पमेंट को ग्राम पंचायत में लागू किया गया है। इस पंचायत ने हर घर से सेल्फी अपलोड करवाने के लिए हर महीने की पांच तारीख को महिला सभा का आयोजन करने तथा पंचायत का 50 प्रतिशत बजट महिला सभा द्वारा लिए गए निर्णयों पर खर्च करने, महिला सुरक्षा हेतु पूरे गांव में सीसीटीवी कैमरे लगाने तथा सरकारों की तर्ज पर पंचायत आपके द्वार कार्यक्रम लागू करने की एवज में यह सम्मान दिया गया है।
सारा ने लड़ी लड़कियों के सम्मान की लड़ाई
इस साल की प्रथम विजेता महाराष्ट्र के नागपुर की सारा हाश्मी ने लड़कियों के सम्मान में यह अभियान चलाते हुए 1200 सेल्फी अपलोड करवाई। इसके अलावा लाडो पंचायत का आयोजन करके लड़कियों को मासिक धर्म के बारे में जागरूक किया। सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन ने नागपुर की सारा को 31 हजार रुपये तथा सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया है।
अनुकृति ने बदली समाज की सोच
छत्तीसगढ़ की अनुकृति सेल्फी विद डॉटर अभियान को रायपुर जिले के उन दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंचाते हुए लोगों की सोच में बेटियों के प्रति बदलाव पैदा किया है। अनुकृति इस अभियान के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य में लोगों को इस बात के लिए प्रेरित कर रही हैं कि वह घरों में मां व बहन की गाली न दें। सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन ने अनुकृति को 21 हजार रुपये नगद तथा प्रशस्ति पत्र देते हुए सम्मानित किया है।
शिवालिका ने चलाया जागरूकता अभियान
इस साल का तीसरा पुरस्कार दिल्ली की शिवालिका पांडेय को दिया गया है। शिवालिका ने देश की राजधानी दिल्ली तथा आसपास के क्षेत्रों में लड़कियों के लिए शादी की उम्र 18 साल से बढ़ाकर 21 साल करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया, लाडो पंचायत का आयोजन किया। इस पंचायत के माध्यम से सैकड़ों लड़कियों ने शादी की उम्र 21 साल करने के लिए प्रस्ताव पारित करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा। सेल्फी विद डॉटर फाउंडेशन ने इस अभियान के अंतर्गत शिवालिका को 11 हजार रुपये नगद तथा एक प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।
कहां-कहां हुआ कार्यक्रम का प्रसारण
सेल्फी विद डॉटर दिवस के अवसर पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन गुरुग्राम के एसजीटी विश्वविद्यालय में किया गया, जबकि असम, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश के कई विश्वविद्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों के अलावा देशभर के 48 अस्पतालों में इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया।
चार राज्यों के राज्यपाल ने दिया बधाई संदेश
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने इस अवसर पर भेजे गए संदेश में कहा कि एक सुसंस्कृत, संस्कारवान एवं संतुलित समाज के निर्माण हेतु बेटियों का अस्तित्व महत्वूपर्ण है। समाज में बेटियों के महत्व को रेखांकित करते हुए इस प्रकार के अभियान अन्य लोगों के लिए अनुकरणीय एवं मार्गदर्शक साबित होंगे।
‘यह अभियान आज 80 देशों में पहचान बना चुका है’
असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने इस आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पसंदीदा अभियान से जुड़कर इसे अपने प्रदेश व देश ही नहीं बल्कि विश्वव्यापी बनाकर नई पहचान दी गई है। यह अभियान आज 80 देशों में पहचान बना चुका है। इसके व्यापक प्रसार की कामना करता हूं।
‘सेल्फी विद डॉटर अभियान ने वैश्विक स्तर पर सकारात्मक प्रभाव डाला’
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने अपने संदेश में कहा कि सेल्फी विद डॉटर अभियान ने समग्र देश और वैश्विक स्तर पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। इस पहल के माध्यम से लैंगिक समानता और महिला सशक्तिगरण को बढ़ावा देने के आपके अथक प्रयास वास्तव में सराहनीय है। इस वर्ष का आयोजन पहली पहली बार मतदान करने वाली बेटियों को समर्पित किया गया है। यह अभियान ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच पहुंचे और बेटियों के प्रति समाज में सम्मान बढ़े।
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी यह आयोजन किया जा रहा है। गत वर्ष यह अभियान दिव्यांग बेटियों को समर्पित किया गया था जो समाज का दिव्य अंग है। इस वर्ष यह अभियान विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के महापर्व को समर्पित किया गया है। सेल्फी विद डॉटर का यह प्रयास बेटियों को राष्ट्र के नव निर्माण में उनके योगदान पर गर्व की अनुभूति करवाएगा तथा नागरिकों के लिए प्रेरणा बनेगा।
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