पटना। बिहार में मुजफ्फरपुर शहर के लक्ष्मी चौक से बिना वैध वीजा के गिरफ्तार चीन के नागरिक ली जियाकी ने बीती रात खुदीराम बोस केंद्रीय जेल में आत्महत्या का प्रयास किया। उसने कारावास के अस्पताल के शौचालय में अपने चश्मे के शीशे से प्राइवेट पार्ट को काटने की कोशिश की। अत्यधिक खून बहने से वह बेहोश हो गया। यह जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जेल प्रशासन ने उसे श्रीकृष्ण जुबली मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) में भर्ती कराया है। यह जानकारी सेंट्रल जेल प्रशासन ने दी।
ब्रह्मपुरा पुलिस चौकी के जवानों ने ली जियाकी को बस स्टैंड के पास दबोचा था। जेल प्रशासन ने जेल के हॉस्पिटल वार्ड में सजायाफ्ता बंदियों से पूछताछ की है। पुलिस के सामने समस्या भाषा को लेकर है। चीन के नागरिक की भाषा को स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी या जेल के दूसरे बंदी नहीं समझ पा रहे हैं। बीते दिन उसने दही-चूड़ा खाया था और सुबह नाश्ता करने के बाद दिनभर वार्ड में सोया। दिन में बंदियों ने उसे रोते हुए भी देखा था।
उल्लेखनीय है कि उसके पास से चीन का पासपोर्ट तो मिला है लेकिन भारत में आने का कोई भी वैध डॉक्यूमेंट नहीं था। वह 1 जून को नेपाल पहुंचा था। उसके बाद बिहार के पूर्वी चंपारण जिला अन्तर्गत रक्सौल सीमा से सटे नेपाल के वीरगंज शहर से बस के जरिए मुजफ्फरपुर के बैरिया बस स्टैंड पहुंचा। यहां से लक्ष्मी चौक आधा किलोमीटर की दूरी पर है।
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